प्रवासी मजदूरों के आने पर सीएम नीतीश कुमार ने 5 घंटे की बैठक,दिए गए महत्वपूर्ण निर्देश

डेस्क : लॉक डाउन के अंदर फसे विभिन्न राज्यों में प्रवासी मजदूर और छात्रों को बिहार वापस बुलाने का फैसला नीतीश सरकार ने ले लिया है। ऐसे जो भी लोग बिहार की सीमा पर पहुंचेंगे उनके लिए हर स्तर की तैयारी कर दी गई है, इन तैयारियों को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लगभग साढे 5 घंटे की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करी जिसमें उन्होंने कई अहम फैसले लिए।

बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के बिहार आने की संभावना को देखते हुये प्रखण्ड एवं पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर पर पूरी तैयारी रखी जाय तथा गुणवत्तापूर्ण सुविधायें भी सुनिश्चित की जाय। रेलवे स्टेशन से संबंधित जिला मुख्यालय तक एवं जिला मुख्यालय से संबंधित प्रखण्ड मुख्यालय तक लोगों को लाने की समुचित व्यवस्था रखी जाय और इसके लिये वाहनों की भी पर्याप्त व्यवस्था रखी जाय। साथ ही प्रखण्ड क्वारंटाइन सेंटर पर भोजन, आवासन एवं चिकित्सकीय सुविधा की समुचित व्यवस्था रखी जाय ।आवश्यकतानुसार पर्याप्त संख्या में स्नानागार एवं शौचालय की व्यवस्था की जाय। बिहार में कोरोना टेस्टिंग सेंटर की संख्या बढ़ायी जाय। स्वास्थ्य विभाग बड़ी संख्या में आने वाले प्रवासियों को देखते हुये जिला स्तर पर भी कोरोना जॉच की व्यवस्था का प्रयास करे। बाहर से बड़ी संख्या में आने वाले प्रवासी मजदूरों का करायें स्किल सर्वे ताकि उनकी क्षमता का उपयोग हो सके और उन्हें उनके स्किल के आधार पर काम उपलब्ध कराया जा सके।

राशन कार्ड के लंबित, त्रुटिपूर्ण, अस्वीकृत आवेदन जो जॉचोपरांत सही पाये गये हैं, उन्हें भी एक हजार रूपये की राशि अंतरित की जाय। जन वितरण प्रणाली से संबंधित शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई करें। किसी भी सूरत में गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। लोगों को सही लाभ मिले, यह सुनिश्चित करें। फसल क्षति के लिये दिये जा रहे कृषि इनपुट अनुदान का शीघ्र वितरण करें। पुनः असामयिक वर्षापात/ओलावृष्टि के कारण हुयी फसल क्षति का आंकलन कर किसानों को लाभ पहुँचायें। फसल क्षति सर्वे /राशन कार्ड सर्वे की अवधि विस्तारित की गयी है। सभी जरूरतमंदों का आवेदन प्राप्त कर इसका लाभ दिलायें। पराली नहीं जलाने के लिये कृषि विभाग एवं जिला प्रशासन किसानों को प्रेरित करें। सोशल मीडिया एवं फेक न्यूज पर कड़ी निगाह रखें। लोग आपसी सौहार्द्र बनाये रखें। माहौल खराब करने वालों के खिलाफ करें कड़ी कार्रवाई। हमलोग सभी के हित में सोचते हैं एक – एक व्यक्ति की करते हैं चिंता। लोग घर पर रहेंगे तो सुरक्षित रहेंगे। कोरोना संक्रमण से बचने का सबसे प्रभावी उपाय सोशल डिस्टेंसिंग है।

सीएम नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग को यह कहा है कि बिहार में जितने भी कोरोना टेस्टिंग सेंटर है उनकी संख्या बढ़ा दी जाए साथ ही स्वास्थ्य विभाग को यह भी हवाला दिया है कि बड़ी संख्या में आने वाले प्रवासी मजदूरों को कोरोना जांच के वक्त ज्यादा परेशानी ना खड़ी हो इसके लिए उनकी जिले स्तर पर अच्छे से जांच भी हो। ऐसा हो सकता है कि काफी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर बिहार की ओर आए यह संभावना को मध्य नजर रखते हुए पंचायती स्तर पर क्वॉरेंटाइन सेंटर की पूरी तैयारी करने के दिशा निर्देश दिए हैं ऐसे जो भी लोग बिहार की सीमा पर पहुंचेंगे उनको अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की जिम्मेदारी बिहार सरकार ने लेने का दावा करा है साथी आपको बता दें कि प्रवासी मजदूरों के स्किल सर्वे का सीमा भी बिहार के आला अधिकारियों को दिया गया है इसमें यहां पर लोगो को अपने स्किल अनुसार काम दिया जाएगा।