छौड़ाही : कालाबाजारियों की बल्ले बल्ले, जनता त्रस्त, प्रशासनिक दावे हवा हवाई

छौड़ाही : पूरा देश कोरोना से जंग लड़ रहा है। भारत में 21 दिन का लॉकडाउन बुलाया गया है, जो 14 अप्रैल तक चलेगा, लोकडॉवन के शुरुआती चरण में कालाबाजारी की सूचना लगभग हर जगहों से आने लगी, प्रशासनिक महकमे को इस बात की भनक लगते ही लगातार छापेमारी किये जाने लगे, कालाबाजारी में कमी तो आई, बावजूद इसके रोक नहीं लग पाया , बेगूसराय जिले के छौड़ाही प्रखण्ड में अब भी दुकानदारों के द्वारा ग्राहकों से दोगुना दाम वसूली करने का सिलसिला नहीं थम रहा है। लॉकडाउन को हवा में उड़ाकर लोग बाजार जा रहे हैं। राशन दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखी जा रही है। अनाज से लेकर सब्जी मंडियों तक कालाबाजारी देखने को मिल रही है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विभिन्न बाजारों, गांव के किराना दुकानों में अधिकतर सामान ऊंची कीमतों पर बेचे जा रहे हैं। इसे रोकने के लिए जिला प्रशासन ने अधिकारी को नियुक्त कर एक रेट चार्ट भी तय कर रखा है, लेकिन दुकानदारों पर इसका कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है।

अधिकतर दुकान में रेट लिस्ट नहीं लगा है। 70 रुपये किलो की दाल 100 रुपये किलो में बिक रही है। आटा से लेकर चीनी तक सब उचित दाम से ज्यादा महंगे दर में बेचे रहे हैं। तेल और साबुन जैसी चीजों के दाम भी काफी महंगे कर दिए गए हैं।अशोक पंडित, श्रवण पासवान बताते हैं कि दुकानदार आटा, चावल, दाल और दूसरे खाने-पीने वाले सामान दोगुने दामों पर बेच रहे हैं। दवा दुकानदार तो लूट रहा है। 50 में मास्क तो, बुखार दर्द का दो रुपये वाली टेबलेट 10 रुपए में दे रहा है। कहने पर दुकानदार कहता है लेना है लो नहीं तो भागो। सबको हिस्सा देना पड़ता है। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आशा देवी, सुनंदा देवी ने बताया की खाने-पीने की चीजों के दाम काफी बढ़ गए हैं। 60 रुपये की चीज 80 रुपये में बेची जा रही है। लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिग का कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा।प्रशासन द्वारा तय मूल्यों का पालन नहीं हो रहा है।

इधर अंचलाधिकारी सुमंतनाथ ने उक्त मुद्दे पर पूछे जाने पर बताया कि कालाबाजारी को रोकने लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। बार-बार एनाउंसमेंट कर कालाबाजारियों को चेतावनी दी जा रही है। किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाही होगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन द्वारा दो वाहन में लदे सब्जियों, दूध आदि प्रखंड के सभी पंचायतों में लोगों को उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने के लिए भेजी गई है। आपको बता दें इतनी चौकसी के बावजूद प्रखण्ड क्षेत्र की जनता कालाबाजारियों से त्राहीमाम में है।