बेगूसराय में कोरोना की दूसरी लहर में सस्ती जिंदगी और महंगा इलाज, कोरोना संक्रमित भाजपा नेता का निधन

न्यूज डेस्क : बीते अप्रैल माह के अंत में द बेगूसराय के द्वारा जिम्मेदारी भरी खबर बेगूसराय में एक निजी अस्पताल के द्वारा इलाज के नाम पर लूट की खबर प्रकाशित की गई थी। तो कुछ तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों के द्वारा यह आरोप लगाया गया था कि यह सब प्रेशर पत्रकारिता का हिस्सा है। लेकिन जैसे-जैसे जिला में कोरोना का संक्रमण बढ़ता गया । कुछ निजी अस्पतालों के द्वारा लूट खसोट किये जाने की पोल दिन प्रतिदिन परत दर परत खुलती चली जा रही है। ऐसे में लोगों की जान किस अस्पताल में गलत इलाज के कारण हो जाये यह कहना और समझना मुश्किल होता जा रहा है।

यहां यह जानना जरूरी है बेगूसराय में सभी निजी अस्पताल एक जैसे कतई नहीं हैं, बल्कि हालिया समयकाल में खुले कुछ निजी अस्पतालों के द्वारा पूरी तरीके इस पेशा को पूर्णतः व्यवसायिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में कोरोनाकाल में कुछ निजी अस्पतालों के एक से एक कारनामे निकल कर सामने आ रहे हैं। कभी कुछ बता कर इलाज करना, तो कभी पैसे के लिए डेड बॉडी को बंधक बनाए रखना, तो कभी फर्जी तरीके से अस्पताल में कोरोना मरीज का इलाज करना । ताजा मामला बेगूसराय के एक कोरोना संक्रमित भाजपा नेता के इलाज के दैरान एक निजी अस्पताल में मृत्यु हो जाने की है। निधन के बाद इलाज में बकाया बिल चुकाने के बाद शव दिए जाने की बात कह अस्पताल प्रबन्धन ने उक्त भाजपा नेता की लाश को बंधक बना लिया ।

भाजपा नेता के गम्भीर आरोप इस सम्बंध में भाजपा नेता सह अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार अमर ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर उक्त अस्पताल की व्यवस्था पर कड़ी नाराजगी दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि रविवार की मध्य रात्रि में इलाज के आभाव में कोरोना से पीड़ित भाजपा के डंडारी मंडल अध्यक्ष एवं डंडारी के पूर्व प्रखण्ड प्रमुख अनिल राय का दुःखद निधन हो गया । उनका जाना समाजिक जीवन एवं भाजपा परिवार के लिए अपुरणीय क्षति है। दुर्भाग्य से मंडल अध्यक्ष ने मुझे सायं फोन कर भेंटिलेटर के लिए कहा था । लेकिन उस समय उपलब्ध नहीं हो रहा था तो हमने सच्चाई कह दी।

बाद में पता चला कि एक नीजी क्लिनिक के द्वारा झूठे भेटिंलेटर के नाम पर भर्ती कर मोटी रकम ऐठ लिया गया । तथा अब लाश वंधक बना रखा है। हमने तुरंत जिलाधिकारी एवं एस डीओ,बेगूसराय को सुचित कर हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि जिले में भेंटीलेटर के नाम पर भारी झांसा-धोखाधड़ी का खेल चल रहा है। सारे प्राईवेट अस्पताल अपने संसाधन की घोषणा करें। आखिर कब तक यह खेल चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि बेगूसराय जिले में मात्र 18 भेंटीलेटर फंगशल तौर पर काम कर रहे हैं। जिसमें से 8 घंटे भेंटीलेटर सदर अस्पताल में और 10 भेंटीलेटर सारे निजी अस्पतालों के मिलाकर हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि निजी अस्पताल वाले अपने संसाधन की घोषणा करें वही उन्होंने कहा है कि बीजेपी नेता उचित इलाज के अभाव में दम तोड़ दिये।

एमएलसी रजनीश कुमार ने जताया शोक इधर बेगूसराय भाजपा के दिग्गज व एमएलसी रजनीश कुमार सार्वजनिक तौर पर भाजपा नेता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया अकॉउंट पर लिखते हैं कि – डंडारी के पूर्व प्रमुख और भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष साथी अनिल राय के निधन का दुखद समाचार मिला है। मेरे दोनों चुनावों में भाई अनिल जी के सहयोग मुझे याद आ रहा है।ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।दुख की इस घड़ी में मैं परिवार के संवेदनाओं के साथ हूँ। हालांकि वे इलाज के पूरे वाकया पर सार्वजनिक तौर से किये गए इस पोस्ट में कुछ भी कहने से बचते नजर आए ।

बेगूसराय वासियों के सामने बड़ा सवाल अब इस पूरे मामले के बाद बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि आखिर वह कौन लोग हैं जो बेगूसराय में इस प्रकार के हो रहे मनमानियां पर लगाम लगाने की बात करेंगे ? आखिर बेगूसराय के गरीब लोगों की जान कैसे बच पाएगी ? वह भी ऐसे समय में जब कोरोनावायरस से पूरा देश जंग लड़ रहा है, और बेगूसराय के सरकारी अस्पतालों में सीमित संसाधन है । और जिला प्रशासन के द्वारा प्राइवेट डेडीकेटेड कोविड-19 को भी कोरोनावायरस करने की इजाजत दी गई है तो अंकुश लगाने का पावर किनके हाथों में है। कोरोनाकाल में बेगूसराय में इलाज के नाम पर हो रही इस प्रकार की धांधली तब तक याद रखी जाएगी । जब तक बेगूसराय की लचर सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ ना हो जाए ।

ये है पूरा मामला सोमवार की सुबह बेगूसराय जिला मुख्यालय में हर-हर महादेव चौक के समीप संचालित एक नामी अस्पताल में समुचित इलाज के अभाव में कोरोना संक्रमित डंडारी प्रखंड भाजपा के मंडल उपाध्यक्ष अनिल राय की मौत हो गई। मौत के बाद भी उक्त अस्पताल प्रबंधन ने 30 हजार के लिए शव को बंधक बना लिया। शव बंधक बनाए रखने की जानकारी मिलते ही सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने इसकी सूचना डीएम को दी, इसके बाद डीएम के पहल पर शव परिजनों को सौंपा गया। परिजनों ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण हालत गंभीर होने पर उन्हें भर्ती कराया गया था।

यहां डॉक्टर ने वेंटिलटर सपोर्ट के नाम पर 40 हजार रुपया जमा करवा कर भी वेंटिलेटर सपोर्ट नहीं दिया गया। सुबह में जब उनका निधन हो गया तो अस्पताल वाले वालों ने पूरी रात का चार्ज 70 हजार मांगा और 30 हजार रुपया जमा करने के बाद ही शव ले जाने की बात कही। परिजनों के लाख गुहार पर भी अस्पताल वाले नहीं माने तो इसकी सूचना सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर को दी गई। उन्होंने मौके पर पहुंचकर डीएम से पहल करवा कर शव को परिजनों के हवाले करवाया।

तेतरी निवासी थे पूर्व प्रखण्ड प्रमुख बताते चलें कि डंडारी प्रखंड क्षेत्र के आदर्श ग्राम तेतरी निवासी 36 बर्षीय पूर्व प्रमुख अनिल राय का बीमारी के कारण आकस्मिक निधन हो गया।वे डंडारी के प्रमुख पद पर 2011 से 2016 तक प्रतिनिधित्व किया था।वे अपने पीछे पत्नी,दो पुत्री एक पुत्र को छोड़ गए है।वे भाजपा के सक्रिय सदस्य भी थे।