आदिकाल से सनातन संस्कृति में शांति,कल्याण,सुख एवं सौभाग्य के लिए हवन यज्ञ की परंपरा- राजेश कुमार टुना

बरौनी अभेदानंद आश्रम आर्य समाज मंदिर बारो में यज्ञ हवन का आयोजन किया गया।जिसके मुख्य यजमान बिहट नगर परिषद के पूर्व मुख्य पार्षद राजेश कुमार टुना थे।आचार्य भूपेंद्र आर्य द्वारा यज्ञ हवन संपन्न कराया गया।इस दौरान निभा आर्या एवं कवि जी का भजन सुन झूम उठे श्रद्धालु।यज्ञ हवन से होने वाले लाभ की चर्चा करते हुए राजेश कुमार टुना ने कहा आदिकाल से ही सनातन संस्कृति में सुख-सौभाग्य,शांति और कल्याण के लिए हवन-यज्ञ की परंपरा रही है।

अनेक वैज्ञानिकों एवं धर्मगुरुओं ने कोरोना महामारी पर नियंत्रण एवं वातावरण की शुद्धता के लिए हवन यज्ञ का अद्भुत लाभकारी बताया है।जिस स्थान पर हवन किया जाता है वहां उपस्थित लोगों पर उसका तुरंत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है साथ ही वातावरण में मौजूद रोगाणु और विषाणुओं के नष्ट होने से पर्यावरण भी शुद्ध होता है। क्योंकि हवन के उपयोग में ली जाने वाली जड़ी बूटी युक्त हवन सामग्री,शुद्ध घी,पवित्र, वृक्षों की लकड़ियां,कपूर आदि के जलने से उत्पन्न अग्नि और धुएं से वातावरण शुद्धता के साथ नकारात्मक शक्तियां भी नष्ट होती है।

माना जाता है कि एक बार हवन करने से घर को एक सप्ताह तक किसी प्रकार के वायरस से मुक्त रखा जा सकता है।इस अवसर पर आचार्य भूपेंद्र आर्य,आचार्य अरुण प्रकाश आर्य, जिला प्रधान शिवजी आर्य, मंत्री राजेंद्र आर्य,कैलाश आर्य, पूर्व मुखिया गोपीनाथ साह,संतोष आर्य, सरोज कुमार,रंजीत कुमार सिंह, प्रमोद सिंह,कृष्णनंदन राय,बलराम राय,संतोष आर्य,सुमन सिंह,राजन आर्य,सुधीर आर्य,विक्रम आर्य,धर्मेंद्र आर्य,निभा आर्या,कवि जी,डाॅ मनटुन मिश्रा,सौरभ,मुक्तेश्वर वर्मा,गोविंद, राहुल,अग्निवेश सहित दर्जनों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।