अब बेगूसराय जिले की गाएं सिर्फ जन्म देगी बछिया, अगले महीने से होगा गर्भाधान

अब बेगूसराय जिला की अधिकांश गायें सिर्फ बछिया को ही जन्म देगी। इसके लिए बरौनी सुधा डेयरी के चयनित गर्भाधान कार्यकर्ताओं द्वारा जिले के किसानों के गायों को मुफ्त में शॉर्टेड सेक्स सीमेन से न सिर्फ गर्भाधान कराया जाएगा, बल्कि इस अवधि में उक्त गायों के लिए मिनरल मिक्सचर, कीटनाशक दवाइयां व अन्य पौष्टिक आहारों की भी मुफ्त व्यवस्था सुधा डेयरी के माध्यम से सरकार द्वारा ही उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए प्रथम चरण में जिले के 40 गांवों का चयन किया गया है। जिसमें कुल चिन्हित 500 गायों को प्रथम चरण में शॉर्टेड सेक्स सीमेन से गर्भाधान कराए जाने की योजना है।

23 लाख की राशि उपलब्ध कराई स्थानीय सांसद सह केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह ने न सिर्फ अपनी स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से वर्ष 2019-2020 में इस योजना के लिए 23 लाख रुपए की राशि उपलब्ध करवाई है। बल्कि इस योजना के लिए शॉर्टेड सेक्स सीमेन के अच्छी क्वालिटी के सीमेन की उपलब्धता एवं इसके कार्यान्वयन के लिए भी सकारात्मक पहल की गई है। अब बरौनी सुधा डेयरी ने इस योजना को अंतिम रूप देने की सारी तैयारियां पूरी कर ली है। सितंबर माह से इस योजना का कार्यान्वयन शुरू हो जाएगा। बछिया या पहिलौठ गाय ही इस योजना से जुड़ेंगी योजना का कार्यभार संभाल रहे बरौनी सुधा डेयरी के पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जितेंद्र कुमार ने बताया कि शॉर्टेज सेक्स सीमेन के लिए पहली बार गर्भाधान के लिए तैयार बछिया या फिर ज्यादा से ज्यादा एक बार बच्चा दे चुकी गायों को ही चिन्हित किया गया है। ताकि इस का रिजल्ट सकारात्मक हो, वहीं दूसरी ओर उन गायों की अगली जनरेशन में भी सुधार हो।

सांसद ने कहा- यह प्रथम चरण है सांसद सह केंद्रीय पशुपालन, डेयरी व मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि उनका सपना पशुपालन के क्षेत्र में किसानों को समृद्धशाली एवं आत्मनिर्भर बनाना है। इसी योजना के तहत उन्होंने यह पहल कर गौ पालकों को अपने गायों से सिर्फ बछिया पाने की व्यवस्था करवाई है। यह प्रथम चरण है इसके बाद भी इस योजना पर लगातार काम चलता रहेगा। वे बेगूसराय के प्रत्येक गौ पालकों को इस योजना से जोड़ने की व्यवस्था कर रहे हैं। इससे गौ पालकों को उत्तरोत्तर विकास होगा। इससे क्षेत्र में दुग्ध क्रांति को बल मिलेगा।

इन गांवों का हुआ है चयन प्रथम चरण में जिले के मात्र 40 गांव का चयन किया गया है। जिसमें तेघरा के खरमौली,परबन्दा व पकठौल गांव को, बरौनी के बीहट उत्तरी, रतन मन बभनगामा, केशावे व तिलरथ, बेगूसराय के सिकंदरपुर रजौरा, करनै, अमूल रतन और अजहौर, भगवानपुर प्रखंड के भगवानपुर, मुख्तियारपुर, जगदीशपुर, ताजपुर, किरतपुर एवं मल्हीपुर, बछवाड़ा प्रखंड के बाजपुर पश्चिमी, रजौली, नंबर घाट एवं बिशनपुर, बीरपुर प्रखंड के बरहरा एवं फजिलपुर, छौड़ाही प्रखंड के अमारी, बरदाहा एवं पंसल्ला किरमुंडी, चेरिया बरियारपुर प्रखंड के धर्मपुर एवं विक्रमपुर, डंडारी प्रखंड के उसराहा एवं बल्हा, खोदावंदपुर के टारा बरियारपुर, मंसूरचक के गोविंदपुर, गढ़पुरा के धरमपुर मैसना एवं हरखपुरा, नावकोठी प्रखंड के बांस गोपालपुर एवं पीरनगर गम्हरिया, साहेबपुरकमाल के रहुआ, शाम्हो के लगहाउना, मटिहानी के रामपुर गोदर गामा, बखरी के दरहथान सिंह, बलिया के रसलपुर गांव शामिल है।

Input : Dainik Bhaskar