बरौनी-गुवाहाटी पाइपलाइन बनकर हुआ तैयार, बिहार के 40 लाख लोगों को होगा फायदा….

Barauni-Guwahati Pipeline Project: किसी भी शहर में प्रदूषण बढ़ने का एक मुख्य कारण औद्योगिक कार्यों के लिए घातक ईंधनों का प्रयोग है। लेकिन अब बिहार को इस समस्या से मुक्ति मिलेगी। दरअसल, बिहार के कुछ औद्योगिक क्षेत्रों की इकाइयां अब प्राकृतिक गैस से चलेंगी। हाल ही में बरौनी-गुवाहाटी पाइपलाइन परियोजना पूरी हुई है। बता दें कि गैस से उद्योगों को चलाने में ईंधन की तुलना में कम खर्च आएगा। ऐसे में उद्योग का मुनाफा बढ़ेगा। इसके अलावा पर्यावरण में भी सुधार देखने को मिलेगा।

केंद्र सरकार की पाइपलाइन परियोजना का नाम ऊर्जा गंगा रखा गया है। इसके तहत एक बार पाइपलाइन का काम पूरा हो जाने के बाद उद्योग के लिए स्वच्छ प्राकृतिक गैस, वाहनों के लिए सीएनजी और घरों के लिए पीएनजी आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। साथ ही यह परियोजना लोगों के बीच एक स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देगी।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार यह परियोजना बिहार में 282 किमी। 1260 करोड़ की लागत वाली यह परियोजना बिहार के 6 जिलों बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज से होकर गुजरती है। बता दें कि क्षेत्र की 40 लाख आबादी को पर्यावरण अनुकूल प्राकृतिक गैस सीएनजी गैस भी मिलेगी।

गैस पाइपलाइन के अंतर्गत आने वाले औद्योगिक क्षेत्र की इकाइयों को प्राकृतिक गैस की ओर स्थानांतरित करने के लिए प्रेरित किया जाएगा, ताकि औद्योगिक क्षेत्र पर्यावरण की दृष्टि से स्वच्छ बन सके। वियाडा इस दिशा में आवश्यक उपाय करने जा रहा है। वियाडा ने इस संबंध में कई अहम बातें अपने ट्विटर हैंडल से शेयर की हैं।