क्या बेगूसराय के लोग कोरोना वायरस को लेकर जागरूक हैं?

बेगूसराय : दरअसल यह सवाल हर बेगूसरायवासी को ख़ुद से करनी चाहिए। हम सब जानते हैं कि कोरोना वायरस महामारी का रूप ले चुकी है। डॉक्टरर्स, सरकार , पुलिस प्रशासन, लगातार लोगों से अपील कर रही है कि वो लॉकडाउन का पालन करें और अपने घरों में रहें। हमें खुद से यह सवाल करनी चाहिए कि हम खुद कितने जिम्मेदार और जागरूक हैं। डॉक्टरर्स, पुलिस, सरकार दिन – रात एक कर के हमारी मदद कर रहे , और बदले बस इतनी उम्मीद रखती है कि हम अपने घरों में रहे। लेकिन हम क्या कर रहे? हम खुद के दूसरे को भी ख़तरे में डाल रहे हैं।

सरकार बार-बार हम सबको सोशल डिस्टेसिंग को पालन करने कह रही, लेकिन हम बिना खुद की परवाह किए बिना निकल जाते हैं । सरकार ने कहा कि सिर्फ जरूरी सामान के लिए निकलना लेकिन हम बड़े आराम से घूमने के लिए निकल जाते हैं। हमें अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझनी होगी। हमने देखा की ग्रामीण क्षेत्र में जागरूकता का घोर अभाव है । हमने कई लोगों से पूछा कि यह लॉकडाउन सरकार ने क्यों लगाया तो हमें जबाब सिर्फ इतना मिला कि कोई बीमारी फैली है इसलिए सरकार ने बंद कर दिया। हमने काफी लोगों को इस बीमारी को लेकर जागरूक भी किया। इस दौरान हमें कुछ लोग ऐसे भी मिले जो सिर्फ बहस कर भीड़ जमा कर रहे थे । लेकिन फिर भी हमने उन्हें समझाया और उन्हें जागरूक भी किया।

कई दफ़ा हम सब पुलिस पे सवाल उठाते हैं कि पुलिस ही सो रही है तो जनता तो सड़क पर आएगी ही। हम आपसे बस इतना कहना चाहते हैं कि पुलिस अपना काम कर रही, बस आपके कई – कई दिनों तक अपने घर नहीं जा रही, अपने परिवार से नहीं मिल रही ताकि आप सुरक्षित रह सके । आप पर भरोसा कर के थोड़ी ढील क्या दे देती है आपलोग ग़लत फायदा उठा लेते हैं। हम आपसे बस यह निवेदन करना चाहते हैं कि आप अपने घरों में रहिए, लोगों को जागरूक कीजिए लेकिन बिना लॉकडाउन तोड़े। हम बेगूसराय वाले हैं, एक साथ मिल कर इस बीमारी को हरा सकते हैं ।

घर पर रहें, सुरक्षित रहें।