भारत में जुलाई तक 21 लाख लोग हो सकते हैं कोरोना से संक्रमित ! :अमेरिकी यूनिवर्सिटी का दवा

डेस्क : कोरोना वायरस को लेकर भारत एक हॉटस्पॉट में तब्दील हो चुका है ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यहां पर कोरोना संक्रमण के मामले 1,38,500 से भी ज्यादा हो चुके हैं। जिसमें करोना के संक्रमण से 4024 लोग अपनी जान गवां चुके हैं साथ ही साथ भारत ने ईरान को भी पीछे छोड़ दिया है और उसने अपना टॉप 10 देशों में नाम दर्ज कर दिया है जहां पर सबसे ज्यादा करोना वायरस के मामले हैं। ऐसे में बाहर की जानी मानी दो यूनिवर्सिटी ने यह दावा करा है कि जून के शुरुआती हफ्ते में भारत में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 21 लाख तक पहुंच जाएगी। इन दोनों यूनिवर्सिटी का नाम है यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन और जॉन हापकिंस यूनिवर्सिटी है।

यूनिवर्सिटी ने एक ऐसा मॉडल तैयार करा है जिसके जरिए वह पूरा भरोसा जता रहे हैं कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण काफी तेजी से बढ़ेगा और काफी ज्यादा लोग इससे ग्रसित होंगे। साथ ही साथ स्थिति काफी ज्यादा गंभीर हो सकती है ऐसे में प्रोफेसर भ्रमर मुखर्जी का कहना है कि भारत में संक्रमण के मामलों का बढ़ना अभी तक कम नहीं हुआ है ऐसे में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले हर 13 दिन में बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में सरकार का योगदान से जुड़ी पाबंदी में भी ढील दे पाना काफी मुश्किल नजर आ रहा है।

इससे पहले प्रोफेसर मुखर्जी की टीम ने अप्रैल में पहले ही बता दिया था कि मध्य मई तक संक्रमित मरीजों की संख्या एक लाख से ज्यादा पहुंच जाएगी और ऐसा ही हुआ साथ ही साथ यह अनुमान लगा रहे हैं कि जुलाई की शुरुआत तक 6,30,000 से 21,00,000 लोग इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। परंतु सोचने वाली बात यह भी है कि समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण में वृद्धि से जुड़े इन अनुमानों पर कोई भी प्रतिक्रिया जाहिर नहीं करी है बता दें कि पूरे देश भर में संक्रमण के कुल मामलों का पांचवा हिस्सा सिर्फ और सिर्फ मुंबई शहर में ही बना हुआ है।

जॉन हापकिंस यूनिवर्सिटी और मुखर्जी की टीम ने भारत की स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा कर यह भी चिंता जताई कि भारत में अभी भी वेंटिलेटर और बेड की काफी ज्यादा कमी है जिसके मुताबिक भारत में इस समय तकरीबन 7,14,000 हॉस्पिटल बेड हैं। जबकि साल 2009 में यह संख्या लगभग 5,40,000 ही थी। संक्रमण के मामलों की संख्या के मुताबिक टॉप 10 की लिस्ट में सबसे ऊपर नाम है अमेरिका का उसके बाद रूस ,ब्राजील, ब्रिटेन, स्पेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी, तुर्की जैसे बड़े देश हैं।