प्रथम भारतीय शिक्षिका क्रांति ज्योति सावित्री बाई फुले का 189वीं जयंती मनाई गई

बखरी(बेगुसराय) प्रथम भारतीय शिक्षिका क्रांति ज्योति सावित्री बाई फुले का 189वीं जयंती, अर्जक संघ शाखा राटन द्वारा स्व.रामानंद महतो के दरवाजे पर मनाया गया.राटन के गुमतीपार में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अर्जक संघ के जिला संयोजक कमल रंजन ने कहा कि सावित्री बाई फुले अनपढ़ महिला थी.लेकिन महिलाओं को रूढ़ियों की बेड़ियों से निकालने के लिए खुद शिक्षा ग्रहण कर,शिक्षिका बन कर बालिकाओं को शिक्षित बनाने के लिये स्कूल की स्थापना किया.उन्होने कहा कि बाद में निम्न तबके पर हो रहे जुल्म अत्याचार के विरुद्ध आवाज बुलंद की ओर समाज से बहिष्कृत रहकर भी शिक्षा के बल पर रूढ़िवादियों और मनुवादियों समाज को जागृत करने में अपने जीवन अर्पित कर दिया.इसलिये आज आवश्यकता है कि जो साहित्य समाज मे भेदभाव के आधार पर व्यक्ति विशेष का अनादर करे.

वैसे साहित्य का कूड़ेदान में फेंक देना चाहिये.अर्जक संघ के जिला प्रचार समिति के अध्यक्ष सह शिक्षक राम जलेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि जानो तब मानो के सिद्धांत पर युवाओं को काम करना चाहिये.समाज में ब्राह्मणवादी व्यवस्था ने छुआछूत,भेदभाव पैदा किया है.इसलिये इसको उखाड़कर फेंकने की आवश्यकता है.सामाजिक कार्यकर्ता जितेन्द्र जीतू ने कहा कि आज देश मे नफरत का बीज बोया जा रहा है.मनुष्य की पहचान इंसान के रूप में नही बल्कि जाति-धर्म के नाम पर किया जा रहा है.सावित्री बाई फुले के द्वारा किये गए आंदोलनात्मक कार्य एवं बाबा साहब अम्बेडकर द्वारा सविधान में दिए गए अधिकारों को रक्षा करने की आवश्यकता है.इसलिय इनके संदेश को फैलाना होगा.

कार्यक्रम में संघ के जिला प्रतिनिधि रामचरण महतों ने क्रांतिकारी गीत गा कर सबों में जोश बढ़ाया.वही जिला कोषाध्यक्ष मेजर गणेश रजक संघ की सदस्यता पर जोड़ दिया.छात्रनेता रंजीत कुमार,प्रमोद कुमार,राहुल कुमार,अरविंद महतों,मानववादी छात्र युवजन सभा के नेता विजय मुखिया सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किया.कार्यक्रम की अध्यक्षता सहदेव महतो एवं संचालन शोषित समाज दल के जिला अध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार ने किया.कार्यक्रम के आयोजक रामसखा महतो के छोटे भाई संतोष कुमार ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि राटन गांव में सबसे निर्धन महिला रामा देवी को आर्थिक मदद अर्जक संघ द्वारा किये जाने की बात कही.