बेगूसराय शेल्टर होम में फंदे से लटकी मिली 17 वर्षीय लड़की की लाश

बेगूसराय, 04 दिसम्बर : बेगूसराय के बालिका बाल गृह (शेल्टर होम) की व्यवस्था पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है। यहां जिला मुख्यालय के रतनपुर ओपी क्षेत्र स्थित निराला नगर में संचालित बालिका गृह में रही एक लड़की की फंदे से लटकी लाश मिली है। इस मामलेे में व्यवस्थापक ने लड़की द्वारा आत्महत्या करने लेने की बात कही है। वहीं, मृतका के परिजनों ने हत्या करने का आरोप लगाया है। घटना के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मृतका की पहचान शेखपुरा जिला के बरबीघा थाना क्षेत्र स्थित मोर गांव निवासी राजीव कुमार सिंह की 17 वर्षीय पुत्री गुड़िया कुमारी के रूप में की गई है।

बताया जाता है कि गुड़िया पिछले छह महीने से बेगूसराय बालिका गृह में रह रही थी। बालिका गृह माता सुधा कुमारी ने बताया कि शुक्रवार को मृतिका गुड़िया अन्य दिनों के तरह भोजन नहीं लेकर थोड़ा ही खाना खाकर ऊपर वाले कमरे में चली गई और अन्दर से रूम बंद कर ली थी। थोड़ी देर बाद कमरा नहीं खोलने पर रतनपुर ओपी को सूचना देकर बुलाया और थाना पुलिस द्वारा गेट को तोड़ कर अंदर जाने पर पंखे से लटका गुड़िया का शव मिला। परिजनों का कहना है कि गुड़िया घर से भाग गई थी। जिसके बाद पकड़े जाने पर छह माह से बालिका गृह बेगूसराय में रह रही थी। आज अचानक फोन किया गया कि आपकी बेटी गले में फंदा लगाकर सुसाइड कर ली है।

मृतिका के पिता ने आरोप लगाया है कि मेरे बेटी के साथ बालिका गृह में लगातार टॉर्चर किया जाता था और साथ ही सही ढंग से देखभाल नहीं किया जाता था। उन्होंने आरोप लगाया है कि अगर सुरक्षा रहता तो इस तरह की घटना नहीं घटती। जब फोन पर कहते थे कि मेरे पुत्री से बात कराइए तो नहीं बात कराते थे और उसके साथ टॉर्चर किया जाता था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि बालिका गृह में कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं रहने के कारण बच्ची ने सुसाइड कर लिया। उन्होंने साफ तौर से कहा कि एक रूम में दस बच्चे रहती थी, तो फिर कैसे वह सुसाइड कर लिया और नौ बच्ची कहां चली गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया है।

वहीं, परिजन वरीय अधिकारी को बुलाने और विशेष निगरानी में पोस्टमार्टम करानेे की मांग पर डटे हुए हैं। बतातेे चलें कि बेगूसराय का यह बालिका गृह भी पिछले दो साल से काफी चर्चा में है तथा इस दौरान यहां से कई लड़कियां भाग चुकी है। सबों ने संचालक पर शारीरिक एवं मानसिक शोषण का करनेे का आरोप लगाया था। मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले के बाद यहां भी जांच की गई, जिसने कई गड़बड़ियां उजागर हो चुकी है।