Flood in Begusarai : बेगूसराय में गंगा नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया है. बता दे की जिले के कुल 8 प्रखंडों में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. बाढ़ के चलते लोग अपने गाय- भैंस-बकरी इत्यादि मवेशी के साथ पलायन करने को मजबूर हो गए हैं. सड़क पर पानी आने से आवागमन भी बाधित हो गया है.
ऐसे में जिला प्रशासन के द्वारा तमाम प्रखंडों में आम जनता के लिए भोजन और पशु के लिए चारा की व्यवस्था कराई गई है. बताया जाता है गंगा नदी का जलस्तर उच्चतम स्तर के करीब पहुंच गया है. इसके मद्देनजर DM ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के स्कूलों को 25 सितम्बर तक बंद करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव चलाया जा रहा है। कई जगहों पर सामुदायिक किचन शुरू किया जा रहा है.
बेगूसराय डीएम तुषार सिंगला ने बताया कि आज शनिवार को गंगा नदी का जलस्तर 43.41 मीटर दर्ज किया गया है, जो उच्चतम जलस्तर से मात्र 0.12 मीटर कम है. बाढ़ के कारण जिले के 76 हजार आबादी प्रभावित हुई है. उन्होंने बताया कि राहत और बचाव के लिए बलिया, बछवाड़ा, शाम्हो एवं मटिहानी में SDRF की एक-एक टीम तैनात की गई है. सभी टीम में 5 सदस्य और 2 मोटर वोट है. बलिया एवं तेघड़ा प्रखंड में 390 पॉलिथीन शीट का वितरण किया गया है. 47 कम्युनिटी किचन चलाए जा रहे हैं, जहां 40364 लोग सुबह-शाम भोजन कर चुके हैं.
डीएम ने कहा की बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 32 स्वास्थ्य केंद्र का संचालन किया जा रहा है. जिसमें लोगों का इलाज, हेलोजन टैबलेट का वितरण एवं ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है. 5 मोबाइल मेडिकल कैंप की व्यवस्था की गई है, जिसमें अब तक 538 पशुओं का इलाज किया गया है.
डीएम ने बताया कि मटिहानी, बलिया, साहेबपुर कमाल, तेघड़ा, बछवाड़ा में पशु चारा की व्यवस्था की जा चुकी है. 125 विद्यालय को 21 सितम्बर तक बंद किया गया था, लेकिन अब 129 विद्यालय को 25 सितम्बर तक के लिए बंद कर दिया गया है.
डीएम ने बताया कि जिले में
- 29 सरकारी नाव
- 208 निजी नाव
- 4 मोटरबोट
- 24462 पॉलिथीन शीट
- 97 टेंट
- 118 लाइफ जैकेट
- 137 प्रशिक्षित गोताखोर
नोट : बाढ़ की विभिषिका के मद्देनजर आपातकालीन संचालन केंद्र-सह-नियंत्रण कक्ष 9279808780 लगातार 24 घंटे एक्टिव हैं।