किसान सरकारी धान क्रय केन्द्र नहीं खुलने व धान की खरीद नहीं होने से परेशान

बेगूसराय जिला में धान उपज के दो बड़े क्षेत्र में से एक बखरी अनुमंडल के किसान सरकारी धान क्रय केन्द्र नहीं खुलने व धान की खरीद नहीं होने से परेशान हैं तथा धान को बाजार में कम मूल्य पर बेचने को मजबूर हो हैं। ऐसे किसानों को कम बारिश तथा विलंब से रोपनी के कारण धान की उपज कम हुई है। उपर से देश के अन्नदाता को ए किस्म के धान की सरकारी मूल्य 1835 तथा साधारण 1815 के बजाय बाजार में 1400 से 1500 के कम मूल्य पर बेचना पड़ रहा है, जिस कारण किसानों के चेहरे पर चिंता की रेखा खींच गयी है।

विदित हो कि बेगूसराय जिला में 30000 टन धान खरीद के लक्ष्य के साथ 15 नवंबर से धान क्रय केन्द्र खोले जाने तथा धान अधिप्राप्ति देने की बात सरकार द्वारा तय था जो आदेशों में सिमट कर रह गया है। 12 पैक्स व 1 व्यापार मंडल वाले बखरी प्रखंड क्षेत्र के सात किसानों ने इसके लिए आन-लाइन आवेदन किया था, जिसे विभागीय पदाधिकारियों ने त्रुटिपूर्ण बताकर बिना कोई सुधार का मौका दिये ही रद्द कर दिया।

जिससे किसान हताश और निराश होकर धान को लोकल बाजार में कम किमत पर बचने को लाचार हो गयें हैं। इस संदर्भ में बखरी प्रखंड के बीसीओ अजीत कुमार ने कहा कि धान अधिप्राप्ति केंद्र के लिए सभी पैक्सों को पत्र लिख कर इसके अद्यतन स्थिति की जानकारी मांगी गई है. मक्खाचक और व्यापार मंडल में अबतक किसानों से धान की खरीददारी नही किया है.

वही किसान से प्राप्त धान से मिल में लाकर उसे चावल बनाया जायेगा. इसके लिए मिल संचालको से भी संपर्क किया जा रहा है. साथ ही कहा कि प्रखंड क्षेत्र के मात्र सात किसान ने धान अधिप्राप्ति के लिए आवेदन में आनलाईन आया था. धान अधिप्राप्ति घोषणा पत्र में बजाय जेनरल घोषणा पत्र सम्मीट कर दिया था जो विभागीय प्रक्रिया के बाद रद्द कर दिया गया है। हरहाल बखरी के किसान किसान सरकार व विभागीय आंख मिचौली के बीच परेशान हैं तथा लाभ के बजाय नुकसान झेलने को मजबूर हो रहे हैं।