115 एकड़ में फैली फैक्ट्री में बनाई जाएंगी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी! OLA ने की शुरुआत

Ola Electric: लगातार बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमतों से लोग परेशान हो चुके हैं. हालांकि इसी बीच कंपनियों ने सीएनजी वेरिएंट में गाड़ियों को पेश किया लेकिन आज सीएनजी की कीमत भी आसमान छू रही है. वैसे तो सीएनजी वेरिएंट की गाड़ियों को लोगों ने खूब पसंद किया जो आज सड़कों पर चल रही है. लेकिन जैसे-जैसे मार्केट में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का दबदबा बढ़ता जा रहा है.

वैसे वैसे पेट्रोल डीजल और सीएनजी वेरिएंट गाड़ियों की डिमांड कम होती जा रही है. लेकिन ओला (OLA) अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर को लेकर इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में तेजी से आगे बढ़ रहा है. वही अब ओला (OLA) मार्केट में और वृद्धि करने के लिए भारत में ही अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी बनाने के लिए फैक्ट्री लगा रही है.

आज ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) अपने शानदार इलेक्ट्रिक स्कूटर की वजह से पूरे इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में तहलका मचा के रखा है. वैसे तो मार्केट में कई सारी कंपनियां मौजूद हैं. लेकिन सब को पीछे छोड़ते हुए बोला आगे निकल रही है. कंपनी लोगों को अपने आप से जोड़ने के लिए समय-समय पर नए-नए ऑफर और नई नई खबरों को लेकर आती रहती हैं. ताकि लोगों का ध्यान ओला की ओर ही बना रहे.

भारत में शुरू करने जा रहा इलेक्ट्रिक गाड़ियों का बैटरी प्रोडक्शन

ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) ने बड़ा फैसला देते हुए अब भारत में ही अपने इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बैटरी का प्रोडक्शन शुरू करने जा रहा है. ओला की ओर से कहा गया कि अगले साल तक 5 गीगावॉट केपीसीटी के साथ अपने ऑपरेशंस शुरू करेगी. कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने बैटरी इन्नोवेशन सेंटर के लिए पिछले साल बेंगलुरु में बड़ा इन्वेस्टमेंट किया था. लेकिन इसके अलावा कंपनी अब भारत में लिथियम आयन बैटरी का प्रोडक्शन शुरू करने का प्लान बना रही है.

क्योंकि अभी तक बैटरी का निर्यात विदेशों से होता है. इसी वजह से इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत पेट्रोल डीजल और सीएनजी की कीमतों से थोड़ा महंगा है. कई एक्सपर्ट का मानना है कि अगर बैटरी का प्रोडक्शन भारत में शुरू हो गया तो इलेक्ट्रिक वाहन की कीमतों में काफी हद तक गिरावट आ सकती है.

115 एकड़ में फैली होगी ये फैक्ट्री

बता दें कि तमिलनाडु के कृष्णागिरी में बनाई जा रही यह फैक्ट्री लगभग 115 एकड़ में फैली होगी और यह देश की सबसे बड़ी फैक्ट्री होगी. और अगले साल तक 5 गीगावॉट केपीसीटी के साथ अपने ऑपरेशंस शुरू करेगी. ऐसा कहा जा रहा है कि अगर या फैक्ट्री एक बार इसका काम पूरा हो जाने पर शुरू होती है तो इसकी क्षमता 100 गीगावॉट तक होगी.