डेस्क : देश में इन दिनों इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी हर संभव प्रयास में जुटे हैं। गडकरी ने अपने भाषण में कई बार कहा कि भारत के सार्वजनिक परिवहन को 2030 तक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहनों में परिवर्तित किया जाना चाहिए। भारत में अब बनने वाली तमाम हाईवेज इलेक्ट्रिक वाहन के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। इलेक्ट्रिक वाहन के बढ़ावा से देश को प्रदूषण और और पेट्रोल डीजल की कीमत की मार से भी बचाया जा सकेगा।
भारत अपने यहां इसके लिए भरपूर मात्रा में बैटरी बना रहा है, ताकि चाइनीस लिथियम सेल का इस्तेमाल न्यूनतम स्तर पर किया जाए। इन बैटरियों का उत्पादन पुणे में होगा। मंत्री ने कहा कि लिथियम आयन बैटरी का प्रोडक्शन इतना अधिक किया जाए कि लिथियम आयन बैटरी के मामले में भारत आत्मनिर्भर हो सकें। इतना ही नहीं भारत के माध्यम से दुबई, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब सहित खाड़ी के तमाम देशों में भी बैटरी का निर्यात किया जा सके। उन्होंने बताया कि इसकी मैन्युफैक्चरिंग में इजाफा होते ही भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल की कीमत काफी कम देखने को मिलेगी।
बता दें कि भारत फेम इंडिया योजना चला रही है। इसे में योजना के दूसरे चरण के तहत देश के कई शहरों में 7000 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। यह बड़ी वजह है, जिससे ताइवान की बड़ी से बड़ी कंपनियां भारतीय कंपनियों के साथ काम करना चाह रही है। भारत आने वाले समय में इलेक्ट्रिक वाहनों पर निर्भर रहेगा