Petrol Pump वाले आपको खुलेआम ऐसे लगाते हैं चूना- बचने के उपाय जान लीजिए, कभी नहीं होगी ठगी…

Fraud At Petrol Pump : पेट्रोल पंप पर अपने वाहन में फ्यूल डालते समय यह सवाल आपके मन में भी आता होगा कि क्या आपको सही मात्रा में फ्यूल मिल रहा है या आपके साथ धोखा हो रहा है। ऐसे मामलों में कई बार पेट्रोल पंप (Petrol Pump) कर्मचारियों पर आरोप लगाए जाते हैं कि वे ग्राहकों को ठग रहे हैं।

असल में पेट्रोल पंप (Petrol Pump) पर मशीन के माध्यम से फ्यूल दिया जाता है और इसलिए ग्राहक को सिर्फ़ इस बात पर भरोसा करना होता है कि मशीन द्वारा दिखाई गई रीडिंग के मुताबिक ही फ्यूल मिला है। यह फायदा बहुत सारे पेट्रोल पंप (Petrol Pump) कर्मचारियों को यहां तक कि वे कुछ ग्राहकों को धोखा देने के लिए भी इसका लाभ उठा लेते हैं। आज आपको बताते हैं इससे बचने के तरीके –

ठगी से बचने का उपाय जान लीजिए

  • फ्यूल देने वाले व्यक्ति से पूछें कि पिछले ग्राहक के वाहन में भरे गए फ्यूल की रीडिंग को फिलिंग मशीन में 0 कर दें। मशीन के मीटर में जीरो दिखने पर ही फ्यूल भराएं।
  • फ्यूल लेते समय पूरे समय मीटर पर नजर रखें। किसी भी तरह के विचलन में रिपोर्ट करें।
  • डिस्ट्रेशन में न रहें और पेट्रोल पंप कर्मियों के साथ गैर-जरूरी बातचीत न करें।
  • फ्यूल लेने के दौरान कार से बाहर निकलें और फ्यूल नोजल पर मशीन के मीटर के साथ भी नजर रखें।

अगर आपको लगता है कि पेट्रोल पंप वाले ने आपको कम फ्यूल दिया है, तो आप पेट्रोल पंप कर्मियों से 5 लीटर क्वांटिटी टेस्ट करने के लिए कहें। यह आपका अधिकार है। सभी पेट्रोल पंपों में सरकार द्वारा प्रमाणित 5 लीटर का पैमाना होता है, जो फ्यूल की मात्रा को मापने के लिए उपयोग होता है। आप मशीन में 5 लीटर क्वांटिटी डालवाएं और फिर पैमाना भरने के लिए कहें। अगर पैमाना पूरा नहीं होता है, तो समझें कि फ्यूल कम दिया जा रहा है। तुरंत इसकी शिकायत संबंधित अथॉरिटी को करें।