लंबे अरसे तक शासन करने के बाद ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ का निधन हो गया। सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। क्वीन एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में अलग-अलग देशों के 500 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे। ब्रिटेन के अगले उत्तराधिकारी और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पुत्र बेटे किंग चार्ल्स थर्ड की इच्छा के मुताबिक महारानी के अंतिम संस्कार के बाद एक हफ्ते तक पूरे देश में सार्वजनिक शोक का ऐलान किया जाएगा।
कई देश कर रहें है अपने जवाहरात लौटने की मांग एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु के बाद से कोहिनूर हीरा भारतीय सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड करने लगा है। महारानी के ताज में लगे कोहिनूर हीरे को वापस लाने के लिए ट्विटर पर लगातार कम्पैन चलाए जा रहे हैं क्योंकि औपनिवेशिक शासन के दौरान कोहिनूर हीरे को ब्रिटेन पहुंचा दिया गया था।
लेकिन ब्रिटेन ले जाने वाली चीजों में सिर्फ एक कोहिनूर हीरा ही शामिल नहीं है बल्कि अन्य कई सारी भी चीजें हैं जो भारत से लेकर विदेशी अपने देश ले गए और यह ना सिर्फ भारत बल्कि अन्य कई देशों के साथ भी हुआ है। जहां की बेशकीमती चीजों को ब्रिटिश अपने कब्जे में रखे हुए हैं, जिन्हें अब वापस करने की मांग लगातार बढ़ती जा रही है।
ग्रीस का पार्थनन मार्बल है ब्रिटिश के पास वर्ष 1803 में लॉर्ड एलिग्न पत्थरों को ग्रीस के प्रसिद्ध मंदिर पार्थनन की दीवारों से हटाकर लंदन ले जाया गया था। यह बेशकीमती अद्भुत और सुंदर मार्बल ब्रिटिश म्यूजियम में आज भी रखे हैं। लेकिन ग्रीस ने अब लगातार वापस करने की मांग कर रहा है जो कि वर्ष 1925 से ही की जा रही है। हालांकि अब तक ग्रीस को मिल नहीं पाए हैं।
टीपू सुल्तान की बेशकीमती अंगूठी को ब्रिटिश ने उसके शव से निकाला था टाइगर ऑफ मैसूर कहीं जाने वाले टीपू सुल्तान जिसने 18वीं सदी में ब्रिटिश उपनिवेशवाद से लोहा लिया था। टीपू सुल्तान के पास राम नाम की एक खास सोने की अंगूठी थी।ऐसा कहा जाता है कि एक ब्रिटिश जनरल ने यह अंगूठी उसके शव से निकाल ली थी। इस अंगूठी की नीलामी वर्ष 2014 में क्रिस्टीज नीलामी घर ने की थी।जिसकी वेबसाइट के अनुसार इस अंगूठी का वजन 41 ग्राम था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस अंगूठी को यूके में एक नीलामी के दौरान 1,45,000 ब्रिटिश पाउंड यानी कि एक करोड़ 33 लाख रुपए से भी ज्यादा में बेचा गया था।
दक्षिण अफ्रीकी कर रहा है कुलियान लौटाने की मांग क्वीन की मृत्यु के बाद से ही कई देश अपने हीरे जवाहरात की वापसी की मांग कर रहे दक्षिण अफ्रीका भी इसके लिए लगातार आवाज उठा रही है। दक्षिण अफ्रीका में दुनिया के सबसे बड़े ज्ञात किलर कट ग्रेट स्टार ऑफ अफ्रीका का हीरा जिसे कुलियान के तौर पर भी जाना जाता है। इसे लगातार लौटाने की मांग चल रही है। वर्ष 1950 में दक्षिण अफ्रीका की खदान से इसे निकाला गया था। अफ्रीका के उपनिवेश कालीन शासकों ने द ग्रेट स्टार को ब्रिटिश शाही परिवार को सौंप दिया था और फ़िलहाल या महारानी के सेप्टर में लगा हुआ है।
इजिप्ट के ऐक्टिविस्ट कर रहे रोसेटा स्टोन को वापस करने के आंदोलन भारत में जहां लगातार कोहिनूर को वापस करने की मांग हो रही है वहीं इजिप्शियन एक्टिविस्ट रूप से रोसेटा स्टोन को वापस करने की मांग कर रहे हैं। रोसेटा स्टोन इस समय ब्रिटिश म्यूजियम में है। पुरातत्वविदों का कहना है कि यह स्टोन चोरी किया गया है। रोजेटा स्टोन 196 ईसा पूर्व का है। इसे 1800 के दशक में फ्रांस के खिलाफ लड़ाई जीतने के बाद ब्रिटिश ने अपने कब्जे में कर लिया था।