बहादुरी की कोई उम्र नहीं होती : शख्स को डूबता देख नदी में कूदा 12 साल का बच्चा, ऐसे बचाई जान

डेस्क : नैनीताल में एक शख्स उफनती नदी में डूबने वाला था.इस शख्स की जान 12 साल के बच्चे ने बचाई. दरअसल, कोसी नदी में डूब रहा 22 साल के लड़के की जान एक 12 साल के बच्चे के कारण सही सलामत है। S.H.O रवि सैनी ने कहा,”शख्स पुल से कोसी नदी में डूब गया. 12 साल के बच्चे सनी ने उसे मदद के लिए चिल्लाते हुए देखा. वहां दर्जनों लोग उस डूबते हुए आदमी को देख रहे थे, मगर सनी ने तुरंत नदी में छलांग लगा दी.”

बहादुरी की कोई उम्र नहीं होती इस बात को साबित महज 12 साल के सन्नी पर लागू होती है कि बहादुरी की कोई उम्र नहीं होती है. इस बच्चे ने अपनी उम्र से दुगने उम्र के आदमी को डूबने से बचा लिया. इसने अपनी जान की परवाह किए बगैर बहादुरी कर दिखाया है. इसमें एक बार भी नहीं सोचा और सीधे पानी में छलांग लगा दी. TOI की खबर के अनुसार यह घटना नैनीताल के रामनगर की है, कोसी नदी में डूब रहा 22 साल का लड़का इस बहादुर बच्चे के चलते आज सही सलामत है. यह 12 साल का बच्चा आज इंसानियत की मिसाल पेश किया है कि किसी की मदद करने के लिए कोई उम्र सीमा नहीं होती, इस शख्स को डूबते हुए दर्जनों लोग देख रहे थे मगर कोई भी उसकी मदद करने के लिए आगे नहीं बढ़ा सब लोग बस उस आदमी को डूबता हुआ देख रहे थे, मगर सन्नी ने तुरंत बहादुरी दिखाई और नदी में छलांग लगा दी, हालांकि पीड़ित शख्स को इलाज के लिए भेज दिया गया है और उसकी हालत अभी ठीक बताई जा रही है।

मिली जानकारी के अनुसार इस घटना के एक चश्मदीद ने कहा यह लड़का पुल पर अपने दोस्त के साथ खड़ा था. जब उसने आदमी को डूबता हुआ देखा तो तुरंत उसे बचाने के लिए कूद गया, जब तक बच्चा वहां तक पहुंचा वह आदमी एक पत्थर पर आ गया था, और बेहोश हो गया था, करीब 15 मिनट तक वह उस आदमी को घसीट कर किनारे लाया इसके बाद अपने एक दोस्त की मदद से उसे बाहर लाने में कामयाब हुआ