डेस्क : सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई अजूबे घटना सुर्खियों में बने रहते हैं। लेकिन आज आप लोगों को जिस घटना से रूबरू करवाएंगे उसे जानकर आप भी आश्चर्यचकित हो जाएंगे। आपके मन में भी यह सवाल उठने लगेगा आखिर यह कैसे संभव हो गया। दरअसल हुआ यूं कि बिहार में एक शख्स ट्रेन इंजन (Train Engine) के नीचे मशीनों के बीच घुसकर बैठकर करीब 190 किमी का सफर पूरा कर लिया। इस बात की खबर किसी को कानों कान तक नहीं थी। जैसे ही इसका पता ईंजन ड्राइवर को तब चला जब ट्रेन गया स्टेशन (Gaya Station) पर रुकी और इंजन के नीचे बैठा शख्स पानी मांगने लगा।
इंजन के ट्रैक्शन मोटर के पास बैठा हुआ था शख्स : दरअसल यह पूरा बकाया मामला गया स्टेशन की है। वाराणसी- सारनाथ बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस राजगीर स्टेशन से चलकर गया स्टेशन पर तड़के 4 बजे पहुंची। इंजन ड्राइवर जब प्लेटफॉर्म पर उतरा तो उसने किसी के पानी मांगने की आवाज सुनी। उसने टॉर्च जलाकर देखा तो इंजन से एक शख्स की आवाज आ रही थी। वह इंजन के ट्रैक्शन मोटर के पास बैठा हुआ था।
काफी मशक्कत के बाद शख्स को निकाला गया : इसके बाद ड्राइवर ने तुरंत इसकी सूचना स्टेशन के अधिकारियों को दी। फिर क्या था, पूरा अमला वहां जमा हो गया और शख्स को इंजन की मशीनों के बीच से बाहर निकालने की कोशिश शुरू हो गई। काफी मशक्कत के बाद शख्स को बाहर निकाला गया। जिस शख्स को ट्रेन के इंजन से निकाला गया उसकी पहचान नहीं हो पाई है। उसे विक्षिप्त बताया जा रहा है।
राजगीर में ही इंजन में जा घुसा था शख्स : कई लोगों का मानना है कि यह ईंजन WAP-7 मॉडल ABB इंजन है। इस इंजन के नीच जाना ही कठिन है वहां जाकर बैठ जाना तो और भी कठिन है। ऐसे में एक शख्स का इतनी दूर तक इंजन के बीच बैठकर यात्रा करना वाकई आश्चर्यजनक है। क्योंकि राजगीर से गया के बीच यह ट्रेन 6 स्टेशनों पर रुकती है। इन स्टेशनों पर इस ट्रेन का ठहराव 2 से 10 सेकेंड का है। इतने कम समय में किसी भी शख्स का इंजन के ट्रैक्शन मोटर के पास जाकर बैठना संभव नहीं है। इसलिए यह माना जा रहा है कि यह शख्स राजगीर में ही ट्रैक्शन मोटर के पास बैठा होगा।