जर्जर भवन में पढ़ने को विवश हे छात्र-छात्राएं हादसा की आशंका, जिला परिषद ने विद्यालय के जर्जर भवन का किया निरीक्षण

तेघड़ा ( बेगूसराय) उत्तर तेघरा के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र पकठौल में अवस्थित सन 1985 में स्थापित एकमात्र वित्त रहित इंदिरा ज्योति उच्च विद्यालय जो सरकारी सुविधा की बाट जोहते आ रही है। इस बड़े क्षेत्रों के छात्र छात्राओं के लिए विशेष रूप से यह ज्ञान का केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है।यह क्षेत्र आर्थिक व सामाजिक दृष्टिकोण से बहुत ही पिछड़ा हुआ है। जिस विद्यालय में नवम एवं दशम वर्ग के 450 से अधिक छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन की जा रही है।

लेकिन छात्र छात्राओं के अनुपात में वर्ग कक्ष एवं खेल सामग्री का आभाव के कारण शिक्षण कार्य एवं छात्र छात्राओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को देखते हुए विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मंटून यादव के द्वारा जिला परिषद क्षेत्र संख्या 17 के जिला परिषद सदस्य प्रवीण शेखर को विद्यालय निरीक्षण के लिए आमंत्रित किया गया।

जिस पर जिला परिषद प्रवीण शेखर ने अपने समर्थकों के साथ विद्यालय पहुंचा और स्कूल भवन का निरीक्षण किया जिसमें विद्यालय के 4 कमरा जो क्षतिग्रस्त स्थिति में देखा गया जो कभी भी बड़ी हादसा का रूप ले सकता है। निरीक्षण के दौरान नवम एवं दशम वर्ग के छात्र-छात्राओं से संवाद किया बच्चों ने जिला परिषद से खेल सामग्री उपलब्ध करवाने की मांग की। साथ ही सभी शिक्षकों की उपस्थिति में प्रभारी प्रधानाध्यापक ने अतिथि से चार कक्ष सहित खेल सामग्री अपने आशिक को से उपलब्ध करवाने हेतु मांग पत्र सौंपा।

जिला पार्षद प्रवीण शेखर ने बच्चों को बहुत जल्द ही खेल सामग्री वॉलीबॉल, चैस एवं कैरम बोर्ड उपलब्ध करवाने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि कमरा निर्माण के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि किस विद्यालय में 3 एकड़ से अधिक भूमि है जो माननीय राज्यपाल के नाम से निबंधित है लेकिन वर्तमान समय में विद्यालय के कुछ जमीनों पर अतिक्रमण काड़ियों ने भी कब्जा जमा रखा है जिससे बच्चे को खेलने एवं विभिन्न तरह की समस्या पैदा हो गई है। मौके पर मुखिया पंकज कुमार,शिक्षक मंजेश कुमार, सहदेव कुमार चौरसिया, संतोष कुमार, ममता कुमारी, श्वेता कुमारी, अनिल कुमार, संजय कुमार, ओंकार झा, संजय साह,प्रभंजन कुमार एवं राजीव कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे।,