तेघरा (बेगूसराय) तेघड़ा श्री कृष्ण जन्माष्टमी मेला के लिए प्रसिद्ध व ऐतिहासिक पृष्ठभूमि रहा है। करोना कि वैश्विक महामारी के 2 वर्षों बाद तेघरा व्यापार नगरी में पांच दिवसीय भगवान श्री कृष्ण मेला की भव्यता मेला समिति एवं प्रशासनिक चुस्त दुरुस्त विधि व्यवस्था एवं बुद्धिजीवियों के सहयोग से शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होना भी एक ऐतिहासिक कदम को गौरवान्वित करती है।
मेला के समापन के बाद बुधवार को सभी 15 मेला मंडप में हवन पूजा कन्या भोज सहित अन्य कार्यक्रम संपादन के पश्चात रंग-बिरंगे पुष्पों व गुब्बारों युक्त वाहनों पर गाजा बाजा के साथ श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति में सिंहासन पर विराजमान भगवान श्री कृष्ण एवं अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं विराजमान की गई। उनकी आरती कर जयकारे के बीच शोभा यात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में युवा महिला ब्रिज एवं बच्चों सहित बैंड बाजों की धुन पर नृत्य करते हुए तेघरा नगर के विभिन्न क्षेत्रों में शोभायात्रा निकालने के पश्चात प्रतिमाओं को जलशय में विधि विधान के साथ विसर्जित की गई।
इस अवसर पर कई स्थानों पर भगवान श्री कृष्ण की आरती वंदना कर लोगों ने आशीष मांगा। वहीं जगह-जगह पुष्प वर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया। विसर्जन के अवसर पर मेला समिति की सक्रियता एवं प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त देखी गई। विसर्जन के अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था चौकस रखने के लिए अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश, प्रखंड विकास पदाधिकारी संदीप कुमार पांडे, थानाध्यक्ष संजय कुमार, प्रखंड राजस्व पदाधिकारी सुश्री रश्मि के अलावे पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस जवान लगातार मशक्कत करते रहे।
पांच दिवसीय मेला की विधि व्यवस्था एवं व्यवस्थित मेला संचालन को लेकर विधान परिषद प्रतिनिधि विनोद कुमार उर्फ गोरेलाल बाबा ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी संदीप कुमार पांडे सहित अन्य अधिकारियों के बेहतर नेतृत्व का सराहना किया।
वही पकठौल मेला मंडप समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के द्वारा विसर्जन की भव्य शोभायात्रा निकाल कर पूरे क्षेत्रों का भ्रमण करवाते हुए नदी के जलाशय में मूर्ति का विसर्जन किया गया। मौके पर पूजा समिति के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह, सचिव रवि कुमार पासवान, कोषाध्यक्ष गौरव कुमार पंडित, उप कोषाध्यक्ष मोहम्मद आलम, व्यवस्थापक प्रवीण कुमार गुप्ता, उपेंद्र मेहता, राजेंद्र ठाकुर, नवल सहनी, मनोहर चौधरी के अलावे भारी संख्या में श्रद्धालुओं सम्मिलित हुए