बिजली बिल विधेयक 2022 को संसद में पेश करने को लेकर किसान सभा में प्रारूप को जलाया..

तेघड़ा (बेगूसराय) : जनविरोधी बिजली बिल विधेयक 2022 को किसान मजदूर विरोधी मोदी सरकार द्वारा आज संसद में पेश करने के खिलाफ बिहार राज्य किसान सभा ने बिजली बिल विधेयक 2022 के प्रारूप को जलाने का राज्य व्यापी आह्वान पर आज बेगूसराय में किसान सभा ने प्रारूप को जलाया।

इस अवसर पर बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि बिजली बिल विधेयक 2020 को अभूतपूर्व, बेमिसाल किसान आंदोलन के दबाव में किसान नेताओं के 11 दौर की मंत्री स्तरीय वार्ता के क्रम में किसान प्रतिनिधियों के साथ ही देश को आश्वस्त किया था कि सरकार बिजली बिल विधेयक को संसद में पेश नहीं करेंगे। मगर वादाखिलाफी करते हुए केंद्र सरकार ने पुनः बिजली बिल विधेयक 2022 को नई बोतल में पुरानी शराब को ही संसद में पेश किया।

यदि विधेयक कानून बन जाएगा तो किसानों को, लघु उद्योगों को और मध्यम वर्ग को तबाह बर्बाद कर देगा। 8 रुपया प्रति यूनिट बिजली बिल जब लोगों को देना होगा, तो घरों में पंखा, कूलर, एसी, फ्रिज या खेती में बिजली का उपयोग बंद करना पड़ेगा। इस अवसर पर बिजली बिल विधेयक 2022 के प्रारूप को किसान नेता दिनेश सिंह ने जलाया। इस अवसर पर किसान नेता मनोज कुमार यादव, मुखिया चंद्र भूषण सिंह, जुलुम सिंह ,परमानंद सिंह, सोपल सिंह, भोला सिंह, पैक्स अध्यक्ष सुधीर मिश्रा, पूर्व प्रखंड प्रमुख रामसागर सहनी, रामबहादुर शर्मा, सुधीर सिंह, अरुण कुमार आदि किसान नेताओं ने अपना विचार व्यक्त किए।