तेघड़ा (बेगूसराय) पिछले 15 दिनों से गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रही था। जलस्तर में लगातार वृद्धि से तेघरा अंतर्गत दियारा क्षेत्र के कई गांव के हजारों लोगों का गुजर बसर मुश्किल हो गया था। निपानियां मधुरापुर, बरौनी 2 मघुरापुर बक्तर स्थान, मधुरापुर दक्षिण बारी टोला, मघुरापुर बिचला टोला, आधार पुर पंचायत के बिनलपुर वार्ड संख्या 7 एवं रात गांव पंचायत के वार्ड संख्या 13 एवं 14 भगवानपुर चक्की समेत अन्य जगहों पर पूरा क्षेत्र टापू समान बना हुआ था।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के इलाकों के लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया था। क्षेत्र के हजारों पशुपालकों के समक्ष अपने पशुओं के लिए हरा चारा की किल्लत अब भी जारी है। पूरे इलाके की बिजली काट दी गई है इससे शाम होते ही बाढ़ पीड़ितों को अंधेरे के साए में जीवन गुजर बसर करना पड़ता है। कई दिनों से बाढ़ पीड़ितों व जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार पदाधिकारियों को समस्याओं से अवगत करवाया गया था। सांसद, विधायक एवं मंत्री तक का दौरा हुआ।
लेकिन माननीय से केवल आश्वासन ही मिला व्यवस्था के नाम पर मात्र छोटी-छोटी नाव एवं कुछ दवाएं मात्र उपलब्ध करवाई गईं थी। अन्य किसी प्रकार की सरकारी सुविधा व किसी तरह की राहत प्रदान नहीं की गई। किसी भी तरह की सुविधा नहीं मिलने से किसानों ,मजदूरों एवं और साधन विहीन लोगों की स्थिति काफी दयनीय अब भी बनी हुई है। बड़ी संख्या में परेशान एवं अभावग्रस्त लोग नजदीकी रिश्तेदारों के यहां प्लान कर रहे थे। सरकार की घोषणा सरकारी खजाने पर सबसे पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का होता है यह घोषणा सिर्फ नारों में सिमटता नजर आया।
जमीनी सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही थी। क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के नेतृत्व एवं जनप्रतिनिधि तथा सामाजिक कार्यकर्ता इस आपदा की बेला में तत्परता तो दिखाई। लेकिन किसी भी तरह की सुविधा उपलब्ध करवाने में उन्हें सफलता नहीं मिली। जब शनिवार के सांम से जल स्तर में कुछ कमी आई तो बाढ़ के क्षेत्रवासियों ने ली थोड़ी राहत की सांस ।
बाढ़ क्षेत्र निरीक्षण कार्यक्रम के तहत एक टोली ने पूरे क्षेत्रों का भ्रमण करके बाढ़ पीड़ितों का हालचाल जाना जिसमें नगर परिषद भूषण सिंह, रामप्रवेश सिंह, कन्हैया कुमार ,पूर्व मुखिया अशोक सिंह, पूर्व मुखिया कन्हैया यादव, पूर्व सरपंच निरंजन सिंह, मुखिया चंद्र भूषण सिंह, मुखिया पंकज पासवान, सरपंच अरविंद सिंह, पूर्व प्रमुख राजेश कुमार मुन्ना, एआईएसएफ के छात्र नेता मोहम्मद हसमत उर्फ बालाजी, भाकपा के योगेंद्र ठाकुर, चंद्रशेखर राय एवं अनिल यादव आदि ने क्षेत्रों का जायजा लिया निरीक्षण कर्ताओं ने बताया कि जल स्तर में मामूली सी कमी आई है।
बाढ़ क्षेत्र के लोगों एवं माल मवेशियों की समस्या जस की तस है। अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया की बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में जलस्तर में कुछ कमी आई है। पूर्व से रात गांव और बरौनी में जल स्तर को देखते हुए छोटी-छोटी नाव की व्यवस्था, जगह-जगह मेडिकल कैंप की व्यवस्था एवं बांध एवं बगीचों में मवेशी के साथ रहे रहे पशुपालकों के लिए प्लास्टिक किट आदि की व्यवस्था की गई थी। साथ ही इंटर मॉडल कॉलेज को सामुदायिक किचन के लिए चिन्हित किया गया था प्रशासन अपने स्तर से क्षेत्रों पर पैनी नजर रखी हुई है आवश्यकतानुसार कार्य किए जाएंगे।