तेघड़ा : नॉलेज इग्लिश एकेडमी की वर्षगांठ समारोह मनी

तेघड़ा( बेगूसराय) शिक्षा मनुष्यता की जननी है।सीखना और सीखना शिक्षा का मुख्य उद्देश्य है।जिस प्रकार प्राणहीन शरीर मुर्दा कहलाता है,उसी प्रकार शिक्षा के बिना समाज और राष्ट्र निष्प्राण माना जाता है।शिक्षा व्यक्तित्व की सुगन्ध है। अच्छे संस्कार,व्यवहार शिक्षा के विना सम्भव नही है।यह दुनिया की सबसे बड़ी दोलत, सम्पदा है जिसे दुनिया की ताकत हमसे छीन नही सकती है।

यह जीवन का बोझ नही जितना शिक्षा का ज्ञान बाटेंगे उतना यह बढ़ता जायगा। अतः हर माता पिता को चाहिये और कुछ दे चाहे नही मगर शिक्षा का ज्ञान जरूर दे। बच्चो को दी गई शिक्षा एवम संस्कार ही आपके बुढापा का सहारा है। उक्त वाते शिक्षाविद अवकाशप्राप्त शिक्षक सचितानंद पाठक ने नॉलेज इग्लिश एकेडमी तेघरा की बार्षिक वर्षगांठ पर कही। क्रार्यक्रम का उद्घाटन अवकाशप्राप्त डीएसपी सुनील कुमार सिंह ,शिक्षक सचितानंद पाठक,पत्रकार दयानंद गुप्ता ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया ।

स्कूल के निर्देशक रजनीश कुमार चौधरी आये हुए अथितियों का स्वागत चादर एवम पाग देकर किया।स्कूल के बच्चे एवम बच्चियों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का मनमोह लिया।बच्चे के बीच अनुशासन में प्रस्तुत कार्यक्रम पर अभिवावकों ने स्कूल के कार्यकलाप पर हर्ष व्यक्त किया कि कुछ ही दिनों में बच्चों जो संस्कार एवं अनुशासन का सीख दिया है वह कुशल प्रबन्धन की देन है।

अतिथियों द्वारा बच्चो को मैडल एवम मोमेंटो देकर प्रोत्साहित किया गया। स्वागत भाषण प्राचार्य अर्चना ने की। मंच संचालन प्रशांत प्रसुन्न ने की।मोके पर फिल्मी कलाकार अमिनय कशवय,राकेश महन्थ राजीव कुमार अशोक झा,बरौनी,स्कूल प्राचार्य मिस निक्की,मिस रूबी,मिस सोनी,मिस खुशबू,प्रतिभा, अंजली, रश्मि सहित अभिवावक मौजूद थे।