तेघरा : पूर्व प्रधानमंत्री देश रत्न राजीव गांधी की जयंती मनाई गई

तेघरा (बेगूसराय) शनिवार कोप्रखंड कांग्रेस कार्यालय तेघड़ा के सभागार में प्रखंड अध्यक्ष महेंद्र कुमार की अध्यक्षता में आधुनिक भारत का निर्माता देशरत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की जयंती मनाई गई। अपने संबोधन में विधान पार्षद राजीव कुमार ने कहा कि राजीव गांधी काफी उदार और दूरदर्शी के अलावे व्यक्तित्व के धनी नेताओं में एक थे ।श्रीमती इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी इनकी कंधे पर आ गई थी।

जिसकी वजह से इन्हें राजनीति में आना पड़ा था। 31 अक्टूबर 1984 को माता इंदिरा जी की हत्या के बाद जब पहली बार राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली तो वे विश्व के लोकतंत्र के इतिहास में सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। 1984 में ही वे अखिल भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के अध्यक्ष बने। हालांकि राजीव गांधी को सत्ता का कोई प्रत्यक्ष अनुभव नहीं था, फिर भी उन्हें अप्रत्यक्ष रूप से गहरे अनुभव प्राप्त थे। उसी दिन राजीव गांधी ने रेडियो और टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संदेश दिया। यह उनका पहला नीतिगत संबोधन था जो कि विज्ञान, टेक्नॉलाजी और राष्ट्र के स्वाभिमान को व्यक्त करता था।

इस भाषण में राजीव गांधी के शासन का मूलमंत्र इस प्रकार प्रकट हुआ- ‘एक साथ मिलकर हमें एक ऐसा भारत बनाना है जो 21वीं सदी का आधुनिक भारत बने।’ यह कहना गलत नहीं होगा कि आज जिस भारत में हम सांस ले रहे हैं। जिस आधुनिक भारत का लोहा आज पूरी दुनिया मान रही है। जिस भारत पर आज पूरी दुनिया की नजरें इनायत है।

जिसे कल का विश्वशक्ति माना जा रहा है और कहा जा रहा है कि एक बार फिर भारत पूरे विश्व को एक नई राह दिखाएगा, यह राजीव गांधी का ही देन है। इन्हें आधुनिक भारत का शिल्पकार भी कहा जाता है। मौके राजीव रंजन सिंह, सुबोध प्रसाद सिंह, सुरेन्द्र सिंह, रामबाबू साह, विभेष सिंह, राजेश कुमार श्रवण, रौशन कुमार, राजा बाबू,, अमरजीत कुमार, सरोज कुमार पासवान सहित दर्जनों कार्यकर्ताओं अपने प्रिय नेता के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया ।