मोहर्रम की तैयारी जोरों पर, मोहर्रम के जुलूस के लिए तैयार हो रहे ताजिये

तेघरा ( बेगूसराय) पिछले 2 साल से करोना महामारी के चलते मुहर्रम सीमित दायरे में मनाया गया था. इस वजह से इस बार तैयारी जोर शोर से चल रही है. मोहर्रम नजदीक आते ही तेघरा नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के इमामबाड़ा पर कारीगर ताजिया पर आकर्षक सजावट करने में जुटे हें इस बार 8 और 9 अगस्त को मुहर्रम मनाया जाएगा. इसके मद्देनजर इमामबाड़े पर तजिया एवं आलम की तैयारी की जा रही है. प्रशासन भी मुहर्रम के जुलूस को शांति से निपटाने की तैयारी में जुटा है।

प्रशासन द्वारा तेघरा नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार ताजिए के मार्गों का निरीक्षण किया जा रहा है। नगरीय क्षेत्र के दरगाह मोहल्ला, तेघरा गंज, काजी टोला, मियां जी टोला, दर्जी टोला,दनियालपुर के विभिन्न मोहल्ले सहित बिनलपुर, भगवानपुर चक्की, हसनपुर, नवाबगंज, काजी रसलपुर, धनकौल, किरतौल,पकठौल, खिजीर चक,चिल्हाय, नोनपुर,बिढ़निया बाजार, बरौनी बक्खो टोला आदि गांव के इमामबाड़े पर लाठी बल्लम खेलने का अभ्यास शुरू हो गया है.

नौजवान किशोर व बच्चे इमामबाड़े पर लाठी भांजने के उस्ताद से प्रशिक्षण लेते नजर आ रहे हें. क्षेत्रों का इमामबाड़ा में ढोल व ताशों की आवाज गूंजने लगी है। तेघरा नगर परिषद के निवर्तमान वार्ड पार्षद सह मुख्य पार्षद प्रतिनिधि महबूब आलम उर्फ कारी मुखिया ने बताया कि मुहर्रम हर वर्ष वफादारी का पैगाम लेकर आता है जो अपने समाज व मुल्क के प्रति कुर्बानी देने की बात को याद दिलाता है. हुसैन जिस रास्ते को अख्तियार कर शहीद हुए थे उस पाक साफ रास्ते पर चलने को प्रेरित करता है।