तेघड़ा में धूमधाम से निकाले गए मोहर्रम की ताजिया

तेघरा ( बेगूसराय) पिछले 2 साल से करोना महामारी के चलते मुहर्रम सीमित दायरे में मनाया गया था. इस वजह से इस बार तैयारी जोर से की गई। तेघरा नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के इमामबाड़ा पर कारीगरों द्वारा ताजिया पर आकर्षक सजावट किया गया था। मंगलवार को तेघरा बाजार सहित प्रखंड के अन्य क्षेत्रों में मोहर्रम के जुलूस धूमधाम से निकाले गए जिसमें ताजिए और अखाड़े भी शामिल हुए।

नगर परिषद क्षेत्र तेघरा, नगर परिषद क्षेत्र बरौनी के अलावे प्रखंड के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसकी आकर्षक झांकी निकाली गई। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम देखने को मिला। इमाम हुसैन और उनके साथियों के शहादत पर मनाए जाने वाले गमी के पर्व मुहर्रम पर अमन चैन की दुआ मांगी गई तेघड़ा के नगरीय क्षेत्र के दरगाह मोहल्ला, तेघरा गंज, काजी टोला, मियां जी टोला, दर्जी टोला,दनियालपुर के विभिन्न मोहल्ले सहित ग्रामीण क्षेत्र के बिनलपुर, भगवानपुर चक्की, हसनपुर, नवाबगंज, काजी रसलपुर, धनकौल, किरतौल,पकठौल, खिजीर चक, पकठौल सहित अन्य क्षेत्रों में इस दौरान हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल देखी गई हर जगह सामाजिक समरसता को कायम करने हेतु हिंदू मुस्लिम परस्पर एक दूसरे को अभिवादन करते हुए देखे गए।

पकठौल निवासी जदयू नेता गुलाम गौस ने बताया कि मुहर्रम हर वर्ष वफादारी का पैगाम लेकर आता है जो अपने समाज व मुल्क के प्रति कुर्बानी देने की बात को याद दिलाता है. हुसैन जिस रास्ते को अख्तियार कर शहीद हुए थे उस पाक साफ रास्ते पर चलने को प्रेरित करता है।