तेघड़ा ( बेगूसराय) तेघरा प्रखंड अंतर्गत रात गांव पंचायत के भगवानपुर चक्की दियारा क्षेत्र के वार्ड संख्या 13 एवं 14 गंगा में आई बाढ़ की विभीषिका से टापू का रूप अख्तियार कर लिया है । जहां 500 से अधिक धर गंगा के नदी के बाढ़ से प्रभावित हो गई है। दर्जनों घर में पानी प्रवेश करने एवं गांव से आने वाले मुख्य पथ पर दो से 3 फीट पानी बहने से सड़क संपर्क टूट चुका है जिससे वहां के जनजीवन पर आसन्न खतरा विराजमान हो गया है। यह मोहल्ला पूर्णत: दलित,अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा बहुल क्षेत्र के रूप में राजनीति का आधार माना जाता है।
अब वहां के लोग जीवन जोखिम में डालकर बह रहे पानी से गुजरने को विवश हें।यहां तक कि निजी विद्यालय में पढ़ रहे स्कूली बच्चे भी पानी पार कर अपने घर से विद्यालय जाने को विवश हें यह अनदेखी कभी भी भयंकर हादसे का सबब बन सकती है। इसके बावजूद प्रशासनिक स्तर से अभी तक मात्र दो डेंगी नाव की व्यवस्था व कुछ दवा की व्यवस्थाकी गई है।दूसरी ओर निचले क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ में लगी मक्का, सोयाबीन ,हरा चारा ब धान की फसल गंगा के पानी में डूब जाने से पशुपालकों के बीच पशु चारा का संकट उत्पन्न हो गया है। सेट करो विस्थापित परिवार बांध और ब्रिक्ष के नीचे खुले आसमान में अपना आशियाना बनाया हुआ है।
सभी का रोजी रोजगार ठप है। लोग दाना दाना के लिए लालायित हें। कहने के लिए मात्र यह कहावत बन गई है कि सरकारी खजाने पर आपदा पीड़ितों का सबसे पहला अधिकार होता है। शुक्रवार को बेगूसराय के प्रभारी मंत्री के द्वारा बाढ़ पीड़ितों से मिलने की तय किए गए निर्धारित कार्यक्रम को लेकर सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने सुबह से ही मंत्री के आगमन का वाट जोहते राह गया लेकिन मंत्री का काफिला आधार पुर बिनलपुर गुप्ता बांध पर से ही सीधे बछवारा प्रखंड बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की और प्रस्थान कर गई जिसको लेकर बाढ़ पीड़ितों में भारी आक्रोश है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह मंत्री का कार्यक्रम सिर्फ रस्म अदायगी बन गई है। वहां के उपस्थित सैकड़ों बाढ़ पीड़ितों ने मंत्री मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए कल अनुमंडल कार्यालय घेराव करने का निर्णय लिया। पंचायत की मुखिया आरती कुमारी ने बताया कि यहां के लोगों का जीना दुर्लभ हो गया है।
सरकारी राहत कार्य चलाने की बात तो दूर यहां मंत्री तक भी मिलने नहीं आए हें। केवल इन लोगों का वोट नहीं चाहिए।इनके जान और जोखिम से उन लोगों को कोई मतलब नहीं रहा। वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के शाखा सचिव शिवशंकर सिंह, किसान नेता दिनेश सिंह, एवं राजद के जिला सचिव कामदेव यादव ने मंत्री का दौरा नहीं होने से कहीं ना कहीं भारी चूक बताया।