गंगा की तेज कटाव से जनमानस दहशत में, ग्रामीणों ने अनुमंडल पदाधिकारी से मिलकर जान-माल की सुरक्षा की लगाई गुहार

तेघड़ा ( बेगूसराय) तेघरा प्रखंड अंतर्गत आधार पुर गंगा वाया नदी के किनारे बसा गांव अजगर बर बिनलपुर मजदूर मोहल्ला नदी के जल स्तर में तेजी से वृद्धि होने एवं कटान का रुख तेज होने से आसपास के लोगों में भय एवं दहशत का माहौल कायम हो गया है। गांव में कटान से बचाव व रोकथाम के लिए सरकारी स्तर से 1 वर्ष से जो भी प्रयास किए जा रहे हें वह पर्याप्त नहीं बल्कि सरकार के करोड़ों रुपया की क्षति हुई है यहां तक की बिजली का लगाया गया दोबारा टावर भी कटाव के चपेट में आ गया। सभी प्रयास वे असर साबित हो चुकी है।

ऐसी स्थिति में क्षेत्र व वहां के जनमानस की सुरक्षा दांव पर है। जहां रह रह कर कटाव का रुख तेजी से अपना प्रभाव दिखा रहा है। कब क्या अनहोनी होगी इसका अनुमान लगाना मुश्किल हो गया है। जिससे मजदूरों का 150 घर गंगा की चपेट में आने की संभावना प्रबल हो गई है। शनिवार के दिन वहां के सैकड़ों की संख्या में महिला व पुरुषों ने अनुमंडल पदाधिकारी से मिलकर अपनी जान माल की सुरक्षा का गुहार लगाया वहां के स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि गंगा के कटाव भयावह रुख अख्तियार कर लिया है। जिससे यहां के आम जनता दहशत में जीने को मजबूर हें।

कटाव स्थल के करीब मजदूरों का 150 घर जो कि 700 की आबादी पर आसन्न खतरा विराजमान हो गया है। इन गंभीर समस्या से जल्द निजात के लिए ठोस कदम नहीं उठाया गया तो यहां के सैकड़ों जनमानस के साथ कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है। अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार ने तत्काल अंचलाधिकारी को स्थल निरीक्षण करने का आदेश देते हुए वहां के लोगों को वजलपुरा अवस्थित इंटर कॉलेज में आवासन के लिए सुझाव देते हुए कहा कि वहां के सभी लोगों की सूची बनाकर कार्यालय को दें ताकि आगे भोजन संबंधित सुविधाएं के लिए बरीय अधिकारी से मंत्रणा किया जा सके। किसान नेता दिनेश सिंह ने उन्हें बताया कि विस्थापित होने वाले सभी परिवारों के स्थाई पुनर्वास के लिए सरकार 10 – 10 डिसमिल जमीन देकर इनकी स्थाई पुनर्वास की व्यवस्था करें।