विधानसभा चुनाव से पहले बेगूसराय पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, कुख्यात नक्सली धराया

तेघड़ा/बेगुसराय : तेघडा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओमप्रकाश ने बड़ी कार्यवाही करते हुए, गुप्त सूचना के आधार पर सोमवार की रात को तेघड़ा थाना अंतर्गत नोनपुर गांव से कुख्यात अपराधी सह नक्सली दयानंद मालाकार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल किया है। दयानंद मालाकार नक्सली गिरोह का सक्रिय सदस्य है एवं वह अपना कई नामों से जाना जाता है । जैसे जुम्मन ,कुलवीर, आकाश आदि वह नाम बदल- बदल कर, कई अपराधिक घटनाओं को अंजाम देता था। पुलिस के अनुसार वह बेगूसराय जिला का जिला कमांडर था।

जानकारी देते हुए अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम हेतु पूरे क्षेत्र को अतिसंवेदनशील क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा था। इसी के मद्देनजर उस क्षेत्र में आने वाले सभी अपराधियों पर भी पुलिस की पैनी नजर थी। जिस कारण गुप्त सूचना के आधार पर सोमवार को तेघड़ा थाना अध्यक्ष हिमांशु सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक, अमरजीत प्रताप सिंह, एसआई, गणेश कुमार ईश्वर, तेघडा थाना के सैफ के जवान एवं एसटीएफ पटना की टीम की मदद से नोनपुर से ही कुख्यात नक्सली को गिरफ्तार किया गया। इस व्यक्ति के ऊपर बरौनी थाना, चेरिया बीरपुर थाना, तेघड़ा थाना, बरौनी नगर थाना एवं खगड़िया जिला के अलौली थाना,नावकोठी थाना, में लगभग 17 से अधिक एफ आई आर दर्ज हैं ।जिसमें अधिकांश f.i.r. में लूट के, हत्या के ,अपहरण के, साक्ष्य छुपाने के एवं आर्म्स एक्ट के हैं ।अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति के पास से, एक देसी पिस्टल, 9 एमएम का पांच जिंदा कारतूस बरामद किया गया है।

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा कायम करना हमारी प्राथमिकता है ,और चुनौती भी है।चुनौती तब बड़ी हो जाती है जब चुनाव का समय होता है ,या मेला जैसा समय होता है, या क्षेत्र में किसी बड़े नेताओं का आगमन होता है ,हालांकि समय रहते हुए हम लोगों की पूरी टीम ने एकाग्रता दिखाते हुए चतुराई के साथ या बहुत बड़ी सफलता हासिल की है। दयानंद मालाकार को पुलिस पिछले कई वर्षों से खोज रही थी, लेकिन वह लगातार चकमा देकर भागने में कामयाब रहता था। दयानंद मालाकार 90 के दशक में सक्रिय नक्सली ग्रुप में शामिल हुआ था। और उसके बाद से वह अपना गतिविधि लगातार जारी रखा और आज या पुलिस के हाथों चढ़ा है। गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई हेतु व्यवहार न्यायालय बेगूसराय भेज दिया गया हालांकि कुछ और लोग भी अभी पुलिस के संदेह के घेरे में है जो कि सक्रिय नक्सली गैंग के संपर्क में है।