दियारा के तीन पंचायतों का बछवाड़ा प्रखण्ड मुख्यालय से सम्पर्क टुटा, त्राहिमाम में जनता

डेस्क : अभी बलान नदी के भयंकर बाढ़ की त्रासदी से लोग ठिक से उबर भी नहीं पाए थे। कि दुसरी तरफ गंगा नदी के बाढ़ नें तबाही मचाना शुरू कर दिया है। वहीं प्रशासनिक अधिकारी अंजाम बनें एसी कमरों में बैठकर आराम फरमा रहे है। बताते चलें कि पिछले एक सप्ताह से गंगा नदी के जलस्तर में बड़ी तेजी से वृद्धि हो रही है। दियारा क्षेत्र के पांच पंचायतों से होकर गंगा नदी गुजरती है।

जिसमें चमथा एक, चमथा दो, चमथा तीन, विशनपुर व दादुपुर के निवासी समेत रानी एक, रानी दो, रानी तीन, गोदना, गोविंदपुर तीन व फतेहा पंचायत के किसानों को भी ख़ास प्रभाव झेलना पड़ रहा है। लगभग सप्ताह भर से गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण पहले तो सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें बाढ़ की भेंट चढ़ गई। मगर अब देखते-ही-देखते पांच पंचायतों के की मुहल्लों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया। अब नतीजा यह है कि लोगों के घरों में दो फिट से पांच फिट तक पानी जम गया है। हालांकि अभी तक कोई हताहत होने की सुचना नहीं है, लोग अपने-अपने घरों से निकल कर बाल-बच्चे व पशुधन समेत सुरक्षित स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। मगर भोजन की आफत आन पड़ी है, पशुओं को चारा नहीं मिल रहा है। विशनपुर पंचायत में प्रधानमंत्री सड़क पर कमर भर बाढ़ का पानी है।

जिसके कारण चमथा के तीनों पंचायत समेत विशनपुर पंचायत के कुछ मुहल्ले का संम्पर्क प्रखंड मुख्यालय से पुरी तरह ढुट गया है। उक्त स्थानों पर पहुंचने लिए अब समस्तीपुर जिले के शेरपुर होते हुए राजाचौक के रास्ते सफर करना होगा। उगन त्रिवेणी महाविद्यालय के मैदान में लगभग चार फिट पानी जमा हैं। वैसे स्थानीय निवासी जिनके घरों में बाढ़ का पानी नहीं प्रवेश किया है , वे भी सांसत में जिने को विवश हैं। बाढ़ ग्रस्त पंचायत विशनपुर के मुखिया श्रीराम राय नें बताया कि स्थानीय प्रशासन को जमीनी स्थिति का मुआयना कर सरकार को त्राहिमाम संदेश अविलंब भेजना चाहिए। जबकि बछवाड़ा बीडीओ कुमारी पुजा अब तक बाढ़ पीड़ितों का हाल जानना भी मुनासिब नहीं समझा है। सप्ताह भर में एक बार भी ऐसी कमरे से निकल कर बाढ़ ग्रस्तों के बीच नहीं आती है।

वहीं दादुपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राजेश शर्मा ने पांचों पंचायत के बाढ़ पीड़ितों के हालात के मद्देनजर प्रशासन के खिलाफ गहरा क्षोभ प्रकट किया है। पुर्व विधायक अवधेश कुमार राय ने जिला प्रशासन से मांग किया है कि अविलंब दियारा के सभी बाढ़ ग्रस्त मुहल्ले में पिडि़तों के बीच भोजन सामग्री, पशु चारा अन्य राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने की मांग की है।