बासगीत पर्चा की जमीन पर कब्जा करने में हुई गोलीबारी, राहगीर महिला की मौत

बछवाड़ा/ बेगूसराय: स्थानीय दियारा क्षेत्र में जमीन विवाद व व गोलीबारी कोई नयी कहानी नहीं रह गयी। शनिवार को एक बार फिर भुमी विवाद के कारण हीं एक बार फिर दियारा क्षेत्र में गोलियों की गर्जन से गुंजायमान हो उठा। बेबस लोगों पास जान बचाकर इधर उधर भागने के अलावा और चारा नहीं था। यह वाकया उस समय हुआ जब शनिवार की दोपहर हथियार से लैस दर्जनों की संख्या में दुर्दांत अपराधी अचानक धावा बोल दिया। उक्त सभी अपराधी रामाधीन राय के वास भुमी पर कब्जा जमाने पहुंचे थे।

विपक्षी विजय राय नें बताया कि हमारे नीजी जमीन के कुछ हिस्से को भी कब्जा कर लिया गया है। दबंग अपराधियों नें अपने मंसूबों के अनुसार बात नहीं बनता देख दबाव व दहशत फैलाने के उद्देश्य से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। बस फिर क्या था अचानक भगदड़ मच गई। इसी क्रम में रास्ते से गुजर रहे राहगीर गणेशी राय की पत्नी मुन्नी देवी को अपराधियों की गोली जा लगी। तत्पश्चात घायल होकर उक्त महिला घटना स्थल पर हीं गिरकर कुछ मिनटों तक कर्राहती व छटपटाती रही, और फिर बिल्कुल शांत हो गई। गोलियों की शिकार हुई महिला की मौत होते देख सभी अपराधी छण भर में वहां से चंपत हो गया। अपराधियों के जाने के बाद आसपास के ग्रामीण व परिजन उक्त महिला की नब्ज टटोलने लगे, मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उक्त घटना की सूचना पाकर समूचे गांव के लोग घटना स्थल पर इकट्ठा होकर सड़क जाम कर दिया।

लोग पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। उपरोक्त सभी वारदात के मद्देनजर बछवाड़ा थाने की पुलिस घटना स्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया। मगर आक्रोशित ग्रामीणों नें बछवाड़ा पुलिस की एक न सुनी। गुस्साए ग्रामीण उचित मुआवजा के साथ एसपी को घटनास्थल पर बुलाने की मांग कर रहे थे। तत्पश्चात बछवाड़ा पुलिस नें वस्तु स्थिति की जानकारी तेघरा डीएसपी ओमप्रकाश को दी। तेघरा डीएसपी दलबल एवं लाव-लश्कर के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर आक्रोशित ग्रामीणों को समझने में पसीने छूट रहे थे। काफी मान-मनौव्वल के बाद ग्रामीणों नें पुलिस को शव कब्जे में लेने दिया। डीएसपी ओमप्रकाश नें बताया कि भुमी विवाद को लेकर उक्त वारदात हुई है। घटना की बारीकी से जांच की जा रही है। जल्द ही सभी अपराधकर्मी सलाखों के पीछे होंगे। वहीं रामाधीन राय के परिजनों नें बताया कि उक्त जमीन मुझे अंचलाधिकारी बछवाड़ा के द्वारा बासगीत पर्चा के रूप में प्राप्त हुआ है।