आनंद चतुर्दशी पूजा हर्षोल्लास के हुआ संपन्न

बछवाड़ा ( बेगूसराय ) प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के विभिन्न गांव में आनंत चतुर्दशी पूजा हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो गया । आनंत चतुर्दशी पूजा को लेकर सुबह से ही महिला,बच्चे,बूढ़े नौजवानों में काफी उत्साह देखने को मिला । पूजा को लेकर विभिन्न पंचायतों के विभिन्न गांव,टोले,मोहल्लों में पूजा को लेकर जगह जगह लोगों की भीड़ लगी हुई थी।

वही गांव मोहल्लों के सभी छोटे-बड़े दुकानों पर विभिन्न रंगों के आनंत डोरे की रौनक ता ईद इंद्रधनुषी छटा बिखेर रही थी। वही सभी दुकानों पर आनंत डोरे खरीदने को लेकर भी लोगों की भीड़ लगी हुई थी। श्रद्धालु भक्तजनों ने आनंत डोरे प्रसाद नैवेद आदि लेकर पूजा स्थल पर पहुंचे जहां विद्वान आचार्य व ब्राह्मणों द्वारा आनंत भगवान की पूजा अर्चना की गई।

पूजा स्थल पर मौजूद श्रद्धालुओं ने विद्वान ब्राम्हणों के द्वारा आनंत भगवान लीला व उनके कथाओं को श्रद्धा पूर्वक श्रवण किया। आनंत चतुर्दशी पूजा को लेकर पंडित अरविंद कुमार झा ने बताया कि भगवान विष्णु के अनेकों नाम है। ईश्वर तक पहुंचने के लिए पूजा करने के अनेकों दिशाएं और मार्ग हैं।

अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान आनंतकंद की पूजा कर केसरिया रंग के धागों में 14 गांठ देकर पुरुष को दाहिने बांह में और महिलाओं को बांए बांह में बांधने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और सारे कष्टों का हरण होता है। मनुष्य को काम,धर्म,अर्थऔर मोक्ष की प्राप्ति होती है । मनुष्य योनि के लिए इस मृतलोक से लेकर परलोक तक जाने का यह सुगम साधन है।