नामांकन प्रपत्र की स्कूटनी के बाद चुनावी सरगर्मी हुई तेज

तेघड़ा (बेगूसराय) नगर परिषद तेघड़ा का मतदान प्रथम चरण 10 अक्टूबर को संपन्न होगा। जिसके तहत 19 सितंबर को नामांकन की अंतिम प्रक्रिया खत्म होने के साथ ही 21 सितंबर बुधवार को कार्यालय में दाखिल किए गए सभी नामांकन पत्रों की जांच उपरांत मात्र वार्ड संख्या 25 से ध्रुव पोद्दार का नामांकन चुनाव मानक के निर्धारित संतान से अधिक होने की वजह से नामांकन कब किया गया साथ ही संबीक्षा की प्रक्रिया भी संपन्न हो गई।

अब अगली तैयारी तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है। जिसके तहत 22 सितंबर से 24 सितंबर के बीच प्रत्याशियों के नाम वापसी की तिथि मुकर्रर की गई है। नाम वापसी के बाद अंतिम रूप से अभ्यार्थियों का सूची प्रकाशन 25 सितंबर को होगा। और उसी दिन प्रत्याशियों के बीच चुनाव चिन्ह का भी आवंटन होगा।

उधर सभी राजनीतिक दल भाकपा, भाजपा, जदयू, राजद, कांग्रेस , लोजपा सहित सभी दल द्वारा अपने उम्मीदवार के पक्ष में जोर शोर से तैयारी में जुट गए हें कांग्रेस पार्टी ने मुख्य पार्षद के रूप में तेघरा की व्यवसायिक सह निवर्तमान उप मुख्य पार्षद सुरेश रोशन की धर्मपत्नी नीलम देवी एवं कांग्रेस के सक्रिय सदस्य दीपक कुमार की धर्मपत्नी प्रियम देवी को उप मुख्य पार्षद पद पर प्रत्याशी घोषित की गई है।वही तेघड़ा व्यवसायिक मंच एवं समर्थित निवर्तमान वार्ड पार्षद ने मुख्य पार्षद के रूप में अपना प्रत्याशी नीलम देवी एवं उप मुख्य पार्षद के रूप में निवर्तमान मुख्य पार्षद प्रतिनिधि महबूब आलम उर्फ कारी मुखिया की पुत्रवधू जीतन प्रवीण को उम्मीदवार घोषित किया है।

साथ ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने भी पार्टी के सशक्त नेतृत्व सह निवर्तमान वार्ड पार्षद भूषण सिंह की धर्म पत्नी मंजूषा देवी को मुख्य पार्षद एवं पूर्व पार्षद नसीमा खातून को उप मुख्य पार्षद के रूप में मैदान में उतारा है। भारतीय जनता पार्टी एवं लोक जनशक्ति पार्टी ने संयुक्त रूप से पूर्व मुखिया अशोक मिश्रा की धर्मपत्नी सुशीला देवी को मुख्य पार्षद एवं भाजपा नेत्री शालिनी देवी को उप मुख्य पार्षद पद का उम्मीदवार बनाया था बावजूद दोनों प्रत्याशी मुख्य पार्षद के रूप में मैदान में डटे हुए हें। इधर अंतिम रूप से राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यू के संयुक्त प्रयासों से मुख्य पार्षद पद के लिए राजद के जिला अध्यक्ष मोहित यादव की धर्मपत्नी अझली देवी तथा उप मुख्य पार्षद के लिए जदयू नेता विनोद सिंह की धर्मपत्नी पूनम देवी को मैदान में उतारा है। निवर्तमान पार्षद कन्हैया कुमार भी अपने धर्म पत्नी सोनाली भारती की जीत को सुनिश्चित करने के लिए अपना सामाजिक युवा चेहरा के साथ ही पूर्व उप प्रमुख रामनरेश सिंह के निर्देशन में चुनावी वातावरण तैयार करने में जुटे हुए हें।

वही राजद के जिला महासचिव मकबूल आलम भी अपनी भाभी रेहाना खातून को मैदान में उतार कर अपने सार्वजनिक जीवन के मूल्यों के आधार पर नैया पार करने के लिए चुनावी पतवार थामें हुए हें उधर निवर्तमान वार्ड पार्षद रागिनी देवी भी अपने पति सामाजिक सरोकार से जुड़े संतोष राय की छवि एवं महिला सशक्तिकरण को पक्षधर बनाकर तेघरा नगर परिषद के वर्तमानकालीन स्थिति से निजात दिलाने के लिए मतदाताओं से रूबरू हो रहे हैं। वही पश्चिमी क्षेत्र से अयोध्या गांव से सोशल वर्कर अलख निरंजन सिंह उर्फ पुतुल बाबू अपनी धर्मपत्नी सोनी कुमारी को उप मुख्य पार्षद के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में मतदाताओं से संपर्क साधने में जुटे हुए हें।सभी रणनीति दल इस चुनावी समर में अपने – अपने ताकत की आजमाइश में लगे हें।

अब नगर की जनता नेताओं को अपनी पार्टी व उम्मीदवारों के प्रति प्रतिबद्धता की आकलन करना भी शुरू कर दी है। अब देखना है 24 सितंबर अंतिम नाम वापसी की तिथि तक क्या परिदृश्य का नजारा सामने आता है। यही स्थिति कमोबेश अधिकतर वार्डों में है जहां एक ही दल और पार्टी से कई उम्मीदवार आमने-सामने एक दूसरे को चुनौती देते नजर आएंगे । चुनाव का समय जो जो नजदीक आ रहा है क्षेत्र में चुनावी तापमान का पारा उसी रफ्तार में चढ़ने लगा है। कोई नगर के विकास तो कोई राजनीतिक और जातीय समीकरण को चुनावी फैक्टर मान रहा है