डेस्क : दुनिया विकास की ओर प्रगति कर रही है। इस प्रगति में 5G की सुविधा आम आदमी को जल्द मिलने वाली है। भारत भी अब 5G टेस्टिंग की तरफ बढ़ रहा है। भारत ने भी 5G टेस्टिंग के लिए तैयारियां जोर शोर से कर ली हैं। भारत इस तकनीक से चीन को दूर रखना चाहता है जिसके चलते भारत ने चीन द्वारा निर्मित कोई भी 5G टेस्टिंग उपकरण लेने से मना कर दिया है।
भारत में कई ऐसे दावे किए जा रहे है जहाँ पर यह बताया जा रहा है की 5G टेस्टिंग इंसानी जीवन के साथपेड़ पौधे और जीव जंतुओं के लिए भी काफी घातक है। बता दें की जब 5G आ जाएगा तो इंटरनेट की स्पीड काफी बढ़ जाएगी। ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति वीडियो देखता है तो वह आसानी से शुरू हो जाएगी और कोई भी इंटरनेट से जुड़ा काम बहुत तेजी के साथ होगा। ऐसे में 5G रेडिएशन को लेकर भी लोग काफी चर्चा कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर आए दिन लोग पक्षियों की तस्वीर पोस्ट करते हैं और उसके नीचे संदेश देते हैं कि 5G टेस्टिंग को रोक दिया जाए क्योंकि इसकी वजह से पक्षियों की मौत हो रही है।
साथ ही कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि 5G रेडिएशन से कैंसर जैसी बीमारियां फैलने लगेगी क्योंकि 5G टावर से High-Frequency में तरंगे निकलती है। इन रेडिएशन के चलते इंसान का डीएनए बदल जाता है और अन्य घातक बीमारियां भी हो सकती है। वैज्ञानिकों का कहना है की जब कोई बीमारी होती है तो उसके पीछे वजह होती है इंसान का उपभोग, अगर इंसान किसी भी चीज़ का उपभोग करता है तो उसको कोई न कोई बीमारी जरूर जकड़ लेती है। वैज्ञानिकों का कहना है की यह सारे दावे गलत हैं। बता दें की 5G का इस्तेमाल जिन उपकरण में होगा वह काफी ऊँचे दाम में मिलेंगे। 5G मोबाइल के ऊँचे दामों के लिए लोगों को तैयार रहना होगा।