Inverter Battery : आजकल लोग बिजली की कटौती से परेशान होकर अपने घरों में इन्वर्टर तो लगा चुके हैं लेकिन उनकी देखभाल करना भी बहुत जरूरी होता है। इसी तरह इन्वर्टर की बैटरी (Inverter Battery) में पानी डालना भी बहुत जरूरी है.
ताकि उसकी लाइफलाइन अच्छी रहे और वह ज्यादा समय तक चले। लेकिन इन्वर्टर की बैटरी में पानी डालते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अगर आप इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं तो इन्वर्टर की बैटरी को नुकसान हो सकता है।
इन्वर्टर की बैटरी (Inverter Battery) में समय-समय पर पानी डालते रहे हैं अगर बैटरी सूख जाती है तो इसके ब्लास्ट होने का डर रहता है। जब जब हम इन्वर्टर का इस्तेमाल करते हैं तो इसकी बैटरी का पानी कम होता जाता है। अगर हम हर रोज इन्वर्टर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको हर 45 दिन से बैटरी का पानी चेक कर लेना चाहिए।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इन्वर्टर की बैटरी (Inverter Battery) में डिस्टिल्ड वॉटर का इस्तेमाल किया जाता है। नल के पानी या RO के पानी में अभी भी कई तरह की अशुद्धि और खनिज हो सकते है जो बैटरी को खराब कर सकते है।
अगर आप इन्वर्टर की बैटरी में पानी डाल रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि इसमें हरे निशान तक ही पानी भरे। पानी का स्तर कम होने से बैटरी को नुकसान हो सकता है तो इसमें ज्यादा पानी भरने से भी बैटरी को नुकसान हो सकता है। अधिक पानी भरने से बैटरी का एसिड खराब होता है और बैटरी की लाइफ कम हो सकती है।
इसके अलावा इन्वर्टर की बैटरी (Inverter Battery) में जब भी पानी डालें तो इसकी वायरिंग भी आपको चेक कर लेनी चाहिए। खराब वायर से बैटरी में आग और ब्लास्ट हो सकता है। इसके अलावा बैटरी में पानी ड़ालते समय आपको वायरिंग प्लग से निकाल देनी चाहिए। इससे शॉर्ट सर्किट होने का खतरा कम हो सकता है।