डेस्क : अगर आप नया सिम लेने की योजना बना रहे हैं, तो आपको यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए। सरकार ने सिम कार्ड को लेकर नियमों में बदलाव किया है। नए नियमों ने कुछ ग्राहकों के लिए नई सिम प्राप्त करना आसान बना दिया है, लेकिन दूसरों के लिए कठिन। नए नियमों के तहत अब ग्राहक नए सिम के लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे और सिम कार्ड उनके घरों तक पहुंचा दिया जाएगा।
सिम लेने के नियम बदल गए हैं
- सरकार ने सिम के नियमों में बदलाव किया है। नए नियमों के तहत कंपनियां अब 18 साल से कम उम्र के ग्राहकों को नए सिम नहीं बेच सकती हैं।
- वहीं, 18 वर्ष से अधिक उम्र के ग्राहक आधार या डिजिलॉकर में संग्रहीत किसी भी दस्तावेज के साथ अपने नए सिम के लिए खुद को सत्यापित कर सकते हैं।
- आपको बता दें कि डॉट का यह कदम 15 सितंबर, 2021 को कैबिनेट द्वारा अनुमोदित दूरसंचार सुधारों का हिस्सा है।
- यूजर्स को अब नए मोबाइल कनेक्शन के लिए यूआईडीएआई की आधार-आधारित ई-केवाईसी सेवा के माध्यम से प्रमाणीकरण के लिए सिर्फ 1 रुपये का भुगतान करना होगा।
इस यूजर को नहीं मिलेगी नई सिम
- दूरसंचार विभाग के नए नियमों के अनुसार, कंपनी अब 18 वर्ष से कम आयु के उपयोगकर्ताओं से सिम कार्ड स्वीकार नहीं करती है।
- इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है तो ऐसे व्यक्ति को नया सिम कार्ड जारी नहीं किया जाएगा।
- अगर ऐसा कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करते पकड़ा जाता है तो सिम बेचने वाली टेलीकॉम कंपनी को दोषी माना जाएगा।
घर बैठे सिम कार्ड प्राप्त करें : नए नियमों के तहत अब ग्राहकों को UIDAI आधारित वेरिफिकेशन के जरिए उनके घर पर सिम मिल जाएगी। आपको बता दें कि ऐप/पोर्टल आधारित प्रक्रिया के माध्यम से ग्राहकों को मोबाइल कनेक्शन प्रदान किया जाता है जिसमें ग्राहक अपने घरों में आराम से मोबाइल कनेक्शन के लिए आवेदन कर सकते हैं। दरअसल, पहले ग्राहकों को मोबाइल कनेक्शन के लिए या प्रीपेड से पोस्टपेड में स्विच करने के लिए केवाईसी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता था।