सुपरफास्ट इंटरनेट स्पीड वाला दौर अब बस थोड़ी दिन और इंतज़ार,जानिये कैसी होगी 5G की दुनिया

what-does-5G-phone-do-featured-800x400.jpg

हम धीरे धीरे एक ऐसी दुनिया मे चले जायेंगे जहां पर सब कुछ इतनी तेजी से हो रहा होगा कि हमारी सारी ज़रूरतें चंद सेकण्ड्स में पूरी हो जाएंगी और हमें पता भी नहीं चलेगा। हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि जल्द ही आगमन होगा 5G टेक्नोलॉजी जिसमें इस्तेमाल करा जाएगा IOT को। इस IOT को कहते है इंटरनेट ऑफ थिंग्स जहां पर सारी इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों को इंटरनेट के माध्यम से संचालित करा जाएगा। चाहे वह आपकी गाड़ी हो या वाशिंग मशीन, या हो चाहे घर के बिजली का बल्ब इन सब उपकरणों को इंटरनेट की सेवा से जोड़कर उपयोग में लाया जाएगा।

  1. हर एक जनरेशन या यूं कहें कि हर पीढ़ी के बाद इंटरनेट स्पीड में हमें इजाफा मिला है वैसे ही 5G में भी हमें ग़ज़ब के परिवर्तन देखने को मिलेंगे। एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह 4G से 100 गुना तेज़ होगा। यानी कि एक फ़िल्म जो 2 घंटे में डाऊनलोड करी जाती थी वह 5G की मदद से 3.7 सेकण्ड्स में डाउनलोड कर पाएंगे। हैना यह एक कमाल की बात। इसकी स्पीड आजकल के किसी भी फाइबर ऑप्टिक केबल से तेज होगी।
  2. इसका एक बेहतरीन फायदा यह है कि इसमें यूज़र्स को लो लेटेंसी मिलेगी। इसका मतलब यह है कि जैसे ही आप सर्च पर क्लिक करेंगे तो इंटरनेट से जवाब आने में जो समय लगता है उसे लेटेंसी बोलते है। 4G पर इसकी स्पीड 50-100 मिल्लीसेकंड आंकी गयी है, पर 5G में यह होगी 1 मिली सेकंड यानी पलक झपकने से भी तेज।
  3. 5G की मदद से बाजार में आएंगी ड्राइवर लेस्स गाड़िया । यह गाड़ियां स्वचालित रूप से यानी खुद ही इतनी सक्षम होंगी की वह अपने आपको गड्ढों से बचाकर आगे बढ़ती रहें और एक्सीडेंट से भी बछि रहेंगी क्योंकि गाड़ी के मोशन सेंसर दूसरी गाड़ी के मोशन सेंसर को डिटेक्ट कर आपस मे कनेक्टेड होंगे।
  4. इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा हमें स्वास्थ्य में देखने को मिलेगा जहां डॉक्टर मरीज का आपरेशन दूर बैठे सैकड़ों किलोमीटर से कर पायेगा रोबोट के जरिये, इसको रिमोट सर्जरी कहा जाता है। इसमें ऐसी सर्जरी जिसके लिए काम समय हो और डॉक्टर के पहुंचने का समय बहुत कम हो तो इस तकनीक की मदद से मरीज की जान बचाई जा सकती है।

क्यों होगी इतनी ज्यादा स्पीड

यह मिलीमीटर वेव पर आधारित होती है , जैसे 4G रेडियोफ्रीक्वेंसी पर होती है वैसे ही । अभी हमारे स्मार्टफोन 6 गीगाहर्टज पर चल रहे है , 5G के दौरान यह बढ़कर 30-300 गिगहर्ट्स पर काम करेंगी। इसकी क्षमता 1 स्क्वायर किलोमीटर में 10 लाख मोबाइल कनेक्ट करने की है। परंतु या मिलीमीटर वेव ज्यादा दूर तक रेंज में सक्षम नहीं होती इसलिए इसके लिए इस्तेमाल होता है स्माल सेल्स , फिलहाल कंपनिया इसको हम तक पहुंचाने की तैयारियों में जुटी है।