भारत और जिम्बाब्वे के खिलाफ आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया के बल्लेबाज शुभमन गिल(Subhman Gill) ने शानदार शतक जमाया. लगातार दूसरी सीरीज में शुभमन को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. शुभमन गिल ने अपने सफलता का राज खोलते हुए बताया कि 3 बार 90 पर आउट होने के बाद उनका इरादा शतक जड़ने का था.
हरारे स्पोर्ट्स क्लब में भारत और जिम्बाब्वे के बीच तीसरे मुकाबले में शुभमन ने 130 रनों की शतकीय पारी खेली. यह उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक है. गिल ने कहा, “निश्चित रूप से यह शतक मेरे लिए खास है. पिच पर बल्लेबाजी अच्छी हो रही थी और इसलिए मैंने इसे अर्धशतक के बाद शतक में बदला. शतक बनाना हमेशा खास होता है मैं 3 बार 90 पर आउट होने के बाद शतक बनाना चाहता था.”
भारतीय टीम की ओर से वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे. गिल ने अपनी बल्लेबाजी रणनीति पर बात करते हुए कहा, “मैं केवल अपने डॉट बॉल प्रतिशत को कम करने की कोशिश कर रहा था. मैंने समय पर गेंद को हिट करने की कोशिश की और ज्यादा जोर से हिट करने की सोच नहीं रहा था. यह खिलाड़ियों की बड़ी टीम है और उनके साथ खेल कर अच्छा लग रहा है.”
खिताब को किया पिता को समर्पित सचिन तेंदुलकर के 24 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ एक भारतीय खिलाड़ी के तौर पर ज़िम्बाब्वे में वनडे मैच में गिल सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं. लेकिन प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए गिल ने कहा कि उन्हें एक ऐसे दौर से गुजरना पड़ा जहां जिंबाब्वे के गेंदबाज ने बेहतरीन गेंदबाज़ी कर रहे थे.
प्लेयर ऑफ द सीरीज अवार्ड पाने के बाद शुभमन गिल ने इस अवॉर्ड को अपने पिता को समर्पित किया. तीन मैचों की वनडे सीरीज में शुभमन ने 122.5 की औसत से 245 रन बनाए. वेस्टइंडीज दौरे के बाद यह उनका दूसरा मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार है. उन्होंने अपने पिता लखविंदर सिंह को यह समर्पित किया.