मुझे लगा नहीं बचे ऋषभ पंत – तभी कराहती आवाज में बोले माँ को फ़ोन लगाओ …

डेस्क : ऋषभ पंत के एक्सीडेंट को लेकर नए खुलासे हो रहे हैं, अब ऋषभ पंत को बचाने वाले हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर सुशील ने एक नई बात बताई है जिसमें कहा है कि जब ऋषभ पंत का एक्सीडेंट हुआ था तब उन्हें अपने से ज्यादा अपने घर वालों की चिंता थी, जब उन्हें रेस्क्यू किया गया तो सबसे पहले उन्होंने कहा कि मां को फोन लगाओ।

सुशील ने बताया कि आए दिन सर्दियों में हाईवे पर एक्सीडेंट होते रहते हैं, ऐसे में वह बीते 9 साल से हरियाणा रोडवेज में ड्राइवर है और अनेकों लोगों की जान बचा चुके हैं, उन्होंने बताया कि जब भी कोई एक्सीडेंट होता हुआ वह देखते हैं तो सबसे पहले उनकी कोशिश रहती है कि किसी भी तरह का व्यक्ति हो उसकी जान बच जाए। ऐसे में जब वे ऋषभ पंत को रेस्क्यू कर रहे थे तो उनको पता नहीं था कि आखिर यह व्यक्ति कौन है उन्हें तो बस जान बचानी थी।

जब यह हादसा हुआ तो हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर 30 सवारियों को लेकर बस से हरिद्वार होते हुए पानीपत जा रहे थे, जब 5:15 बजे तो सामने से एक गाड़ी जिसका बैलेंस बिगड़ा हुआ था वह सीधा जाकर डिवाइडर में टकरा गई। सुशील का कहना है कि 300 मीटर तक विजिबिलिटी पूरी तरह से खत्म हो चुकी थी। ऐसे में जब ऋषभ पंत की गाड़ी में आग लग गई तो किसी तरह उन्हें बाहर निकाला गया। ऐसा लग रहा था कि वह बचेंगे नहीं, ऐसे में उनको बस के एक यात्री से कंबल मांग कर ओढ़ाया गया।

बता दें कि जैसे ही ऋषभ पंत को जलती हुई गाड़ी से बचाया गया तो उन्होंने सबसे पहले कहा कि मां को फोन लगाओ लेकिन जब उनकी मां को फोन लगाया गया तो उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। ऐसे में दुर्घटना के दौरान किसी भी प्रकार से ऋषभ पंत का संपर्क उनकी मां से नहीं हो पाया। इस वक्त ऋषभ पंत देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती है और सभी फैंस उनके जल्दी ठीक होने की कामना कर रहे हैं।