2011 वर्ल्ड कप जीत का क्रेडिट धोनी को मिलने पर भड़के हरभजन सिंह कहा,” बाकी दस क्या वहां लस्सी पीने गए थे?”

भारत 28 साल बाद 2011 में वनडे वर्ल्ड कप विजेता बना। साल 1983 में महान कपिल देव की कप्तानी में पहली बार भारत यह खिताब अपने नाम कर पाया।28 साल बाद यह कारनामा भारतीय टीम ने एमएस धोनी की कप्तानी में किया।

2007 T-20 World Cup व 2011 World जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हरभजन सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। अक्सर क्रिकेट फैंस का एक समूह यह मानता आ रहा है कि धोनी की 91 रनों की पारी की बदौलत भारत विश्वविजेता बना। धोनी का विनिंग छक्का दर्शकों के दिल में हमेशा के लिए बस गया है। फैंस जीत का क्रेडिट हमेशा टीम के कप्तान धोनी को दिया जाता है।

भारतीय टीम के सफलतम स्पिनर्स में से एक हरभजन सिंह ने इस बात पर अपनी असहमती जाती।हरभजन सिंह कोलकाता नाइटराइडर्स बनाम दिल्ली कैपिटल मैच के एनालिसिस के दौरान यह कहते नजर आए,”जब ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप जीतता है तो हर कोई कहता है कि ‘ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड कप जीता’। उस समय जब भारत विश्व कप जीतता था, तो सभी ने कहा, ‘एमएस धोनी ने विश्व कप जीता। तो बाकी के 10 वहा लस्सी पीने गए थे ?, ”हरभजन सिंह ने स्टार स्पोर्ट्स पर बोलते हुए कहा। “अन्य 10 खिलाड़ियों ने क्या किया? गौतम गंभीर ने क्या किया? दूसरों ने क्या किया? यह एक टीम गेम है। जब 7-8 खिलाड़ी अच्छा खेलेंगे तभी आपकी टीम आगे बढ़ेगी।”

दो साल पहले 02 अप्रैल 2020 को गौतम गंभीर ने एमएस धोनी को जीत का क्रेडिट मिलने पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा,”एक छक्के की वजह से,किसी एक इंसान को जीत का क्रेडिट नही दिया जा सकता। यह पूरे भारत,पूरी भारतीय टीम व सभी सपोर्ट स्टाफ की मेहनत व जीत थी।”

गौतम गंभीर ने टीम की जीत में अहम योगदान निभाया था,भारतीय टीम का स्कोर 31/2 होने पर गंभीर ने युवा विराट कोहली के साथ 83 रनों की साझेदारी की। गंभीर 97 की पारी खेलकर आउट हो गए। कप्तान एमएस धोनी 91(79) रनों की पारी खेलकर आखिरी गेंद पर Numan Kushalkarera की बॉलिंग पर विनिंग शॉट लगाकर भारतीय टीम को चैंपियन बनाया।