Aditya-L1 Mission : ISRO ने हाल ही में अपना चंद्रयान 3 लॉन्च (Chandrayaan 3) किया था जिसने 23 अगस्त को चांद के दक्षिणी ध्रुव सॉफ्ट लैंडिंग की है और इसके बाद भारत पहला देश बन गया है जिसने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की है।
Here is the brochure: https://t.co/5tC1c7MR0u
— ISRO (@isro) September 1, 2023
and a few quick facts:
????Aditya-L1 will stay approximately 1.5 million km away from Earth, directed towards the Sun, which is about 1% of the Earth-Sun distance.
????The Sun is a giant sphere of gas and Aditya-L1 would study the… pic.twitter.com/N9qhBzZMMW
लेकिन चंद्रयान-3 के बाद अब ISRO ने एक और मिशन की तैयारी कर ली है जो आज लॉन्च होने वाला है। आपको बता दे कि इसरो (ISRO) ने सूर्य की स्टडी करने के लिए Aditya-L1 Mission की लॉन्चिंग की पूरी तैयारी कर ली है। इसरो ने जानकारी दी है कि आदित्य L1 मिशन की लॉन्चिंग रॉकेट पीएसएलवी के जरिए की जाएगी।
PSLV-C57/Aditya-L1 Mission:
— ISRO (@isro) September 1, 2023
The 23-hour 40-minute countdown leading to the launch at 11:50 Hrs. IST on September 2, 2023, has commended today at 12:10 Hrs.
The launch can be watched LIVE
on ISRO Website https://t.co/osrHMk7MZL
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YouTube…
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि Aditya-L1 Mission की लॉन्चिंग शनिवार को सुबह 11:45 पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र से की जाएगी। आदित्य-एल1 को सूर्य के अध्ययन के लिए पृथ्वी से 15 लाख किलोमीटर दूर लैग्रेंजियन-1 बिंदु तक पहुंचने में 125 दिन लगेंगे।
कहां से देख सकते हैं लाइव टेलीकास्ट
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग की तरह ही आप आदित्य एल 1 मिशन के लॉन्चिंग की लाइव टेस्टिंग देख सकते हैं। इसके लिए आपको ISRO की वेबसाइट पर जाना होगा।यह लॉन्चिंग इसरो के फेसबुक पेज, यूट्यूब चैनल, डीडी नेशनल चैनल पर सुबह 11:20 पर प्रसारित हो जाएगी।
क्या है इसका मकसद
जैसा कि आप लोगों को पता होगा कि Aditya-L1 Mission सूर्य की गतिविधियों की जानकारी लेने के लिए भेजा जा रहा है। एक न्यूज़ के अनुसार जानकारी मिली है जिसमें ISRO ने बताया है कि सूर्य और पृथ्वी के बीच पांच लैग्रेंजियन बिंदु हैं और होलो ऑर्बिट में एल1 बिंदु से उपग्रह सूर्य को बिना किसी बाधा और बिना किसी ग्रहण के लगातार देखकर अध्ययन किया जा सकता है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) की जानकारी से पता चला है कि इस मिशन के जरिए सूर्य की गतिविधियों और उसके आसपास की आकाशगंगाओं के बारे में जानकारी मिलेगी और उनकी गतिविधियों के बारे में पता लगाकर और भी अधिक जानकारी जुटा सकेंगे।
ISRO के चीफ ने की मंदिर में पूजा
इसके अलावा इस मिशन की सफल लॉन्चिंग के लिए इसरो के चीफ एस सोमनाथ शुक्रवार को सुलुरुपेटा में श्री चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर गए और पूजा-अर्चना की। हाल ही में 23 अगस्त के दिन चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करते हुए एक इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन गया है।