Why Are Train Numbers Only 5 Digits Long? : अगर हम कोई भी वाहन चलाते है तो उसका एक रजिस्ट्रेशन नंबर होता है। चाहे हम बाइक से लेकर कार, बस या ट्रक ही क्यों ना चलाएं। इन सभी के लिए एक नंबर दिया जाता है। इसी तरह ट्रेन और फ्लाइट के लिए भी एक नंबर दिया जाता है। हर वाहन पर दिए गए इस नंबर का खास मतलब होता है। इसी तरह ट्रेन (Train) में भी पांच अंको का नंबर दिया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि इसका मतलब क्या होता है?
अधिकतर लोगों को ट्रेन (Train) के इस नंबर के बारे में तो जानकारी होती है और इसी नंबर से वह ट्रेन के बारे में सर्च भी करते हैं। लेकिन उन लोगों को इन अंकों में छुपे राज का नहीं पता होता है। आप चाहे तो ट्रेन में दिए गए इन 5 अंकों के नंबर से उसे ट्रेन के बारे में काफी सारी बातें पता कर सकते हैं।
इसी प्रकार ट्रेन (Train) में 5 अंकों के नंबर दिए होते हैं और जिस ट्रेन का नंबर 0 से शुरू होता है वह खास कैटेगरी में आ सकती है। जिस ट्रेन का नंबर 0 से शुरू होता है वह किसी खास मौके या त्योहार या फिर हॉलिडे स्पेशल या फिर समर स्पेशल के तौर पर चल सकती है।
लेकिन रेलवे (Railway) में अधिकतर ट्रेनों के नंबर की शुरुआत 1 या 2 से होती है। इसलिए आपको पता होना चाहिए कि इन दोनों नंबर से शुरू होने वाली ट्रेन का क्या मतलब होता है? आपकी जानकारी के लिए बता दे कि जिन ट्रेनों के नंबर 1 या 2 से शुरू होते हैं वह लंबी दूरी के लिए चलने वाली ट्रेन होती है।
कई राजधानी या सुपरफास्ट ट्रेनें और हाई स्पीड ट्रेन है इस लिस्ट में शामिल है जिनका नंबर 1 या 2 से शुरू होता है। इसके अलावा जिस ट्रेन का नंबर 3 से शुरू होता है वह कोलकाता सब अर्बन की ट्रेन मानी जाती है। इसके अलावा जिस ट्रेन का नंबर 4 से शुरू होता है वह चेन्नई और नई दिल्ली के सब अर्बन की ट्रेन मानी जाती है।
इसके अलावा आपको बता दे कि जिस ट्रेन (Train) का नंबर 5 से शुरू होता है वह सवारी गाड़ी या पैसेंजर ट्रेन है। 5 किसी ट्रेन का नंबर 6 से शुरू होता है तो आप समझ सकते हैं कि यह एक मेमू ट्रेन है, जबकि जिस ट्रेन का नंबर 7 से शुरू होता है वह एक डेमू ट्रेन होती है। इसी तरह आप रेलवे (Railway) में नंबर्स के जरिए कुछ इस तरह ट्रेन की वरीयता की पहचान कर सकते है।