Railway Knowledge: भारतीय रेलवे से रोजाना लाखों की संख्या में लोग यात्रा करते हैं। ऐसे में यात्रा के दौरान यात्रियाें की सुरक्षा के लिए रेलवे पुख्ता वेवस्था कर रखा है। जी हां ट्रेन से यात्रा के दौरान यात्रियाें की सुरक्षा का ध्यान आरपीएफ और जीआरपी के जवान रखते हैं।
ऐसे में हर यात्री को इन दोनों विंग के बारे में पता होनी चाहिए, ताकि अगली बार जब आप यात्रा करें तो आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो। तो आइए इन दोनों विंग के बारे में अच्छे से जानते हैं।
RPF (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स)
आरपीएफ (RPF) रेल मंत्रालय के अधीन काम करता है। आरपीएफ को रेलवे सुरक्षा बल के नाम से भी जाना जाता है। यह रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्र और यात्रियों और उनसे जुड़े मामलों की बेहतर सुरक्षा और रखरखाव के लिए जिम्मेदार है। आरपीएफ को चोरी, बेईमानी से गबन और रेलवे पर अवैध कब्जे से संबंधित अपराधों से निपटने का अधिकार है। आरपीएफ महिलाओं के लिए निर्धारित कोचों में अनधिकृत प्रवेश, रेलवे की छतों पर यात्रा, अनधिकृत वेंडिंग, दलालों आदि से संबंधित मामलों से निपटती है।
GRP (सरकारी रेलवे पुलिस)
जीआरपी (GRP) की प्राथमिक भूमिका भारत में रेलवे स्टेशनों के अंदर कानून व्यवस्था बनाए रखना है। GRP को राजकीय रेलवे पुलिस के नाम से भी जाना जाता है। वे सुरक्षा प्रदान करते हैं और ट्रेनों में अपराधों की जांच करते हैं। जीआरपी रेलवे अधिकारियों और रेलवे सुरक्षा बल को आवश्यक सहायता भी प्रदान करती है। यात्रियों और यात्रियों के यातायात पर नियंत्रण, इस प्रकार भीड़भाड़ को रोकना, स्टेशन परिसर के भीतर वाहनों के यातायात को नियंत्रित करना, अपराधियों को गिरफ्तार करना जैसे कई कार्य शामिल है।