Train Headlight : ट्रेन के हेडलाइट जलती है तो कितनी दूर का रास्ता क्लियर दिखता है? जानकर हिल जाएंगे

Indian Railway Locomotive Headlight: इंडिया के पास दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क मौजूद है। क्या आप जानते है भारतीय रेलवे का इतिहास काफ़ी पुराना है और इससे जुड़े कई रोचक तथ्य मजुड हैं। बता दे कि भारत में लगभग 68600 रूट किलोमीटर का रेल नेटवर्क फैला हुआ है।

वही, इंडीयन रेलवे से रोजाना करोड़ों यात्री सफर करते हैं। अंग्रेजों ने भारत में रेलवे ट्रैक बिछाकर इतिहास बना दिया था। ट्रेनें लगातार एक ही ट्रैक पर चलती रहती हैं। ये ट्रैक शहरों, पहाड़ों और जंगलों के बीच से होकर भी गुजरते हैं। आपने भी अपने जीवन में शायद रात की ट्रेन पकड़ी होगी। अगर हां तो क्या ऐसे में आपका ध्यान कभी इंजन में लगी पावरफुल हेडलाइट की ओर गया है. अगर नहीं तो आज हम आपको इंडियन रेलवे की मोस्ट पावरफुल ट्रेन हेडलाइट (Train Headlight) के बारे में दिलचस्प जानकारी देने वाले है .

लोकोमोटिव पर तीन तरह की लाइट : रेलवे की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक ट्रेन के इंजन पर तीन तरह की लाइटें लगी होती हैं. जिनमें से एक रास्ता देखने के लिए लगाया जाता है, यानी मेन हेडलाइट (Train Headlight) और बाकी दो लाइटों में एक सफेद और एक लाल रंग की लाइट लगाई जाती है. इन लाइटों को लोकोमोटिव इंडीकेटर भी कहा जाता हैं. पहले हेडलाइट को लोकोमोटिव में ऊपर की ओर फ़िक्स किया जाता था. लेकिन अब नए इंजनों में हेडलाइट की जगह बदलकर बीच में कर दी गई है.

फोकस से होता है काम आसान : आपको बता दे की ट्रेन के इंजन में लगी हेडलाइट (Train Headlight) को 24volt के DC करंट से चलाया जाता है. इसका फोकस करीब 350-400 मीटर की दूरी को भी आसानी से पकड़ सकता है. इस पावरफुल हेडलाइट के कारण ही लोको पायलट को रात में एक निश्चित दूरी तक रेलवे ट्रैक एकदम साफ-साफ यानी क्लियर दिखाई देता है.