अगर Train का इंजन बंद हो जाए तो हजारों यात्रियों की ‘मौत’ तय है, जानें – क्या है वजह…..

Indian Railway : आपने जब कभी भी रेल यात्रा की होगी आपने देखा होगा की Train चाहे कितनी भी देर स्टेशन पर खड़ी रहे उसका इंजन (Engine) कभी बंद नहीं किया जाता। Train चाहे पासिंग के लिए कितनी भी देर स्टेशन पर खड़ी रहे लेकिन उसका Engine बंद नहीं होता। 

क्या आप जानते हैं पूरी Train खाली हो जाए, तब भी Engine बंद नहीं किया जाता, लेकिन जाहिर सी बात है Train का Engine बंद नहीं होने से डीजल तो जलता ही है, फिर उसे बंद क्यों नहीं किया जाता, तो आईए आपको बताते हैं, आखिर क्यों बंद नहीं करते Engine?

आखिर क्यों बंद नहीं किये जाते Train Engine? 

यदि Train का Engine बंद कर दिया जाए तो लोको पायलट और यात्रियों को ज़्यादा समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके दो मुख्य कारण हैं जानते हैं ऐसा क्यों? 

  1. डीजल Engine की तकनीक- Train की डीजल Engine तकनीक बहुत ही कठिन मानी जाती है, ऐसा माना जाता है कि लोको पायलट के लिए इंजन को बार-बार चालू करना कठिन होता है।  जब Train स्टेशन पर रुकती है, तो Train का Engine  प्रेशर खो देता है, जो सीटी जैसे आवाज होती है ये वही प्रेशर होता है और इस प्रेशर को बनने में समय लगता है और  Train के Engine को अगर बंद कर दिया जाए तो उसे चालू करने में ही 20 मिनिट से ज्यादा का समय लगेगा इसलिए Train के Engine  को बंद नहीं किया जाता है।
  2. डीजल Engine की बैटरी-  Train का Engine  बंद करने से Locomotive Engine  के फैल होने की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए भी Engine  को बंद नहीं किया जाता। असल बात ये है कि Train के डीजल Engine  में बैटरी लगी होती है, जो Engine  चालू रहने पर ही चार्ज होती है और यदि Engine  को बंद कर दिया जाए तो ये भी बंद हो जाती है। बार-बार Engine  चालू बंद करने से इसके फैल होने का खतरा बढ़ जाता है, इसीलिए Engine  को बंद नहीं किया जाता।