डेस्क : देश में यात्रा के लिए रेलवे सबसे सस्ता और आरामदायक साधन है। रेलवे में आप अपने बजट के अनुसार श्रेणी का चुनाव कर यात्रा कर सकते हैं। हर ट्रेन में एसी और नॉन एसी बोगियां होती है। जिसका किराया अलग अलग है। ऐसे में लंबे रूट्स के लिए नॉन एसी ट्रेन चलने को लेकर काफी समय से मांग चल रही है। अब इस मांग को रेलवे पूरा करेगा। दरअसल रेलवे की ओर से लंबे रूटों पर नॉन एसी ट्रेन चलाया जाएगा।
इन ट्रेनों के परिचालन से प्रवासी श्रमिकों को बड़े शहर जाने के लिए ट्रेन में ठूंसकर यात्रा नहीं करनी पड़ेगी। पूर्वी रेलवे ने प्रतीक्षा सूची टिकटों के पैटर्न का अध्ययन करने और कई स्टेशनों पर उच्च यात्रियों की संख्या का आकलन करने के बाद इन मार्गों की पहचान की है।
ये कम किराए वाली नॉन-एसी ट्रेनें उन इलाकों से चलेंगी जहां से बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार बड़े शहरों में जाते हैं। इनमे शहरों में पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, बंगाल और झारखंड जैसे क्षेत्रों से दिल्ली, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई आदि शामिल है।
ये ट्रेनें स्थायी रूप से चलेंगी
एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये ट्रेन सेवाएं स्थायी होंगी, जिसका उद्देश्य भीड़भाड़ वाले रेलवे मार्गों पर चलने वाली अन्य ट्रेनों पर यात्रियों का दबाव कम करना है। दरअसल, रेलवे हर साल त्योहारों के दौरान यात्रियों के लिए कुछ रूटों पर स्पेशल ट्रेनें चलाता है, लेकिन इसके उलट ये नॉन-एसी ट्रेनें स्थायी तौर पर चलेंगी। पिछले 9 वर्षों में रेलवे ने लगभग 20,000 रूट किमी के नए ट्रैक बिछाए हैं, इसलिए उसे अधिक ट्रेनें चलाने की अतिरिक्त क्षमता मिल गई है।