अब देश में चलेगी Vande Bharat Metro, पैसेंजर ट्रेनों का बनेगी विकल्प, जानें- किराया….

Vande Bharat Metro : रेलवे बोर्ड का लक्ष्य था कि इस साल के अंत में वंदे मेट्रो ट्रेन को चलाया जाए। मगर तकनीकी कारणों के चलते अब देश की पहली वंदे मेट्रो ट्रेनें फरवरी 2024 से चलना शुरू होंगी। वंदे मेट्रो (Vande Metro) ट्रेनें भारतीय रेलवे की सेमी हाई स्पीड ट्रैन वंदे भारत एक्सप्रेस का मिनी वर्जन है, जो वर्तमान में व्हल रही 3000 पैसेंजर ट्रेनों को हटाकर चलाने का प्लान है।

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि इसका डिजाइन इस महीने पूरा हो जायेगा। इसके बाद ट्रेन के कोच के आंतरिक एवं बाहरी डिजाइन का काम सितंबर से शुरू होगा। जनवरी में इस ट्रेन का ट्रॉयल शुरू हो जायेगा। रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) से प्रमाण पत्र प्राप्त होने के बाद फरवरी में पहली वंदे मेट्रो (Vande Metro) कॉमर्शियल परिचालन शुरू हो जाएगा। वंदे मेट्रो ट्रेन 100Km की दूरी में प्रमुख शहरों के बीच चलेगी।

वंदे मेट्रो (Vande Metro) ट्रेन में ऑटोमेटिक डोर होंगे। इसमें वंदे भारत की ही तरह सभहि सुविधाएं मिलेंगी, मगर टॉयलेट का प्रावधान नहीं होगा। वंदे मेट्रो की मैक्सिमम स्पीड 130 से 160 किलोमीटर प्रतिघंटा तक होगी, मगर रेलवे सेक्शन निर्धारित गति पर ही चलाई जाएंगी। इनकी स्पीड पैसेंजर ट्रेनों की अपेक्षा अधिक होगी।

सेल्फ प्रेपेल्ड तकनीक से चलती है वंदे मेट्रो

फ़िलहाल दिल्ली, लखनऊ, पटना, मुरादाबाद, रांची, जयपुर, अहमदाबाद, भोपाल सहित देश के प्रमुख बड़े शहरों के बीच पैसेंजर ट्रेनें चलाई जा रही हैं। यह पैसेंजर ट्रेनें इंजन की सहायता से चलती हैं। पैसेंजर ट्रेनों को स्पीड पकड़ने तथा रुकने में समय लगता है, जिसके चलते इनकी औसत स्पीड कम हो जाती है। वंदे मेट्रो सेल्फ प्रेपेल्ड तकनीक से चलेगी, जिसमें हर तीन कोच के बीच चार मोटर लगे होते हैं।