Loco Pilot Career : ट्रेन ड्राइवर यानी लोको पायलट की नौकरी देश के अधिकतर युवाओं को अपनी और आकर्षित करती है. हर साल इस पद के लिए रेलवे की ओर से हजारों की संख्या में भर्ती निकाली जाती है. अगर आप भी लोको पायलट बनने का सपना रखते हैं या बनना चाहते हैं तो आपको लोको पायलट की नौकरी के बारे में अधिक जानकारी होना बेहद जरूरी है. तो आज हम आपसे जुड़े कई सवालों के जवाब इस आर्टिकल में जानने वाले हैं.
लोको पायलट बनने की योग्यता
भारतीय रेलवे (Indian Railway) का लोको पायलट बनने के लिए उम्मीदवार दी इच्छुक दसवीं पास होने के साथ-साथ ITI पास होना चाहिए. भले ही वह किसी भी ग्रेड मैकेनिकल टेक्नीशियन या फिर इलेक्ट्रीशियन ट्रेड से हो. लेकिन रेलवे शुरुआती दौर मैं इन्हें सहायता के लिए भर्ती करता है बाद में उनके अनुभव के आधार पर उनका प्रमोशन करता रहता है.
अगर आप लोको पायलट बनना चाहते हैं तो आप भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर हमेशा नजर रखें ताकि जब भी वैकेंसी ओपन हो तभी आप अप्लाई कर दें और आपकी उम्र सीमा लगभग 30 वर्ष जरूर होनी चाहिए.
उम्मीदवार को सबसे पहले लिखित परीक्षा पास करनी होती है. लिखित परीक्षा में रिजनिंग, करंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान, सामान्य गणित जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं. अच्छा में कुल 120 प्रश्न पूछे जाते हैं हालांकि यह परीक्षा नेगेटिव मार्किंग होती है. यानी कि प्रत्येक गलत उत्तर पर आपका एक चौथाई अंक काट लिया जाता है. हालांकि अगर आप लिखित परीक्षा पास कर लेते हैं तो उसके बाद आपका मेडिकल और ट्रेनिंग शुरू कर दिया जाता है.
सबसे पहले कौन सी ट्रेन मिलती है ?
लिखित परीक्षा मेडिकल परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवार का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होता है. जिसके बाद उसे ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उसको पायलट को मालगाड़ी संचालन की जिम्मेदारी सौंप दी जाती है. बाद में अनुभव के अनुसार उसे पैसेंजर ट्रेन चलाने की अनुमति दी जाती है.
एक लोको पायलट की कितनी होती है सैलरी
एक लोको पायलट और सहायता लोको पायलट की शुरुआती सैलरी में काफी फर्क होता है. सहायता लोको पायलट की सैलरी 30000 से लेकर 35000 रुपए से शुरू होती है वही जैसे-जैसे उसका अनुभव बढ़ता रहता है और उसी हिसाब से समय-समय पर उसकी सैलरी भी बढ़ती रहती है अंततः उसे सीनियर असिस्टेंट लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट फिर सुपरवाइजर पद भी मिल जाता है.