काबर टाल के खेतों में लगा पानी, डेढ़ दर्जन गांवों के किसानों के समक्ष दाना पानी का संकट गहराया

डेस्क : बेगूसराय जिले के मंझौल अनुमंडल क्षेत्र के काबर क्षेत्र के किसानों की जमीन वर्षा के जल से डूबने और खेती के मौसम बीतने के बावजूद जलप्लावित रहने से क्षेत्रीय किसानों का संकट गहराया हुआ है। बीत रहे रबी खेती मौसम में भी किसान जलजमाव की वजह से लगभग 15 हजार एकड़ से अधिक जमीन में रबी फसल की खेती नहीं कर पाएंगे। इससे किसान परेशान हैं। सरकारी अधिकारी से लेकर कोई नेता तक न उनकी कोई सुननेवाला है न कोई जलप्लावन दूर करनेवाला ही है। पिछले बरसात में ( हैवीरेन) भारी बारिश की वजह से काबर टाल के बड़े क्षेत्र में खेतों में पानी के जमा हो जाने से किसानों की परेशानी रबी खेती बुवाई मौसम में बढ़ी है। वे काबर बगरस नहर खोलने की आशा में बैठे हैं।

आजादी के बाद जलनिकासी के लिए बना सूलइस गेट हुआ जर्जर काबर के इस जलजमाव को दूर करने को लेकर आजादी के बाद ही बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डा श्रीकृष्ण सिंह ने लगभग 15 लाख रूपए खर्च करवाकर काबर से बगरस तक एक जलनिकासी नहर का निर्माण कराया था। यह नहर 1951 से 1954 तक बना था। जहां यह पानी बूढ़ी गंडक नदी में गिरता था। यह निकासी नहर लगभग आठ किलोमीटर लंबी है ।काबर में जमा पानी को नियंत्रित करने के लिए बगरस में सुलिस गेट का निर्माण कराया गया था। जब नदी में जलस्तर बढ़ जाता था तो नहर के गेट बंद कर दिए जाते थे। बरसात के बाद शहर का गेट खोल दिया जाता था।

बगरस स्थित सुलिस गेट जिस होकर पानी बूढ़ी गंडक नदी तक पहुंचती है

बरसात के बाद जब 15 अक्टूबर को वर्षा ऋतु समाप्त हो जाती थी तो सुलिस गेट के किवाड़ खोल दिए जाते थे, जिससे काबर क्षेत्र के किसानों के खेतों में जमा पानी निकल कर बूढ़ी गंडक नदी में गिर जाता था । किसानों के खेत खाली हो जाते थे और वे खेती उस जमीन में खेती करते थे। इस बार नंवबर तक भी यह सुलिस गेट नहीं खोला गया है। जिससे किसानों के कलेजे पर सांप लोट रहा है। काबर बगरस नहर के खोलने से काबर क्षेत्र की जलजमाव की समस्या एक हदतक दूर हो जाती है। जिले के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, विधायक,सांसद, बुद्धिजीवी इसपर ध्यान देकर किसानों को बर्बाद होने से बचाने की गुहार क्षेत्रीय किसानों ने लगाई है। महेश भारती, शंभुशरण शर्मा, शालिग्राम सिंह,अरूण सिंह पूर्व मुखिया,मनोज भारती, पुष्पक कुमार,प्रभात भारती,मेनन कुमार आदि ने बेगूसराय के जिलाधिकारी तथा जल निस्सरण विभाग के इसके लिए नियुक्त सक्षम अधिकारी से सुलिस गेट खुलवाकर जलजमाव दूर करवाने की मांग की है ताकि समय पर खेती किसानी कर सकें।