न्यूज डेस्क : जून माह की तपती जेठ की दुपहरिया और भीषण गर्मी के बीच करीब एक महीने से बेगूसराय के मंझौल पंचायत एक में शुद्ध जल की जलापूर्ति ठप है। मिली जानकारी के अनुसार मंझौल के गारा पोखर में बने 60000 गैलन की क्षमता वाले जलमीनार के समरसेबुल बोरिंग में बालू भर गया है। जिस कारण वह फेल कर गया है। 400 फीट तक गहरे इस बोरिंग में 150 फीट तक बालू भर गया है। इस कारण इसका मोटर जल गया था। करीब पंद्रह दिनों से पीएचईडी विभाग के लोग जलापूर्ति में लगे हैं। परन्तु, अभी तक जलापूर्ति पूर्ववत बहाल नहीं हो सका है।
जलापूर्ति ठप होने के कारण पहले मोटर को ठीक किया गया फिर बोरिंग में लगाकर चलाया गया। परन्तु बोरिंग पानी की जगह बालू देने लगा । फिर बोरिंग से बालू निकलवाया गया । फिर नया मोटर लगाकर चलाया गया। परन्तु बोरिंग में बालू निकलने की वजह से नया मोटर भी जल गया । अंततः अब समरसेबल बोरिंग फेल होने के कगार पर पहुंच गया है। बिहार लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के द्वारा मंझौल पंचायत एक में ग्रामीण पाइप जलापूर्ति योजना का उद्घाटन 15 मई 2015 को सीएम नीतीश कुमार और तत्कालीन पीएचईडी मंत्री ने किया था।
मंझौल पंचायत एक के मथुरामल टोला निवासी कुमार गौरव ने बताया कि उदघाटन के करीब पांचवे साल में पिछले नवंबर महीने से सुचारू रूप से जलापूर्ति शुरू होने से पोषक क्षेत्र की अधिकांश वार्ड की जनता को शुद्ध पानी मिलने लगा था । लेकिन पिछले कई दिनों से जलापूर्ति ठप है। शुद्ध पानी पीने को नही मिल रहा है। जिससे आमजन भीषण गर्मी में शुद्ध पानी के लिए लालायित हैं।
विभागीय उदासीनता का सांसद प्रतिनिधि ने लगाया आरोप : स्थानीय पंसस सह सांसद प्रतिनिधि मनोज भारती ने कहा कि लगभग 35 दिन से मोटर जला है। विभागीय लापरवाही ये है कि कल जे ई साहब को पता लगा कि मोटर जला है। पंचायत के अधिकतर लोग जो किसान और मजदूर हैं पेय जल के नाम पर एक मात्र विकल्प पीएचईडी के जल आपूर्ति पर निर्भर है।
आज इस भीषण गर्मी में लोगो और पशु को जलापूर्ति नहीं होने के कारण डीहाइड्रेशन एवं पशुओं को आंत की बीमारी हो रही है। आम लोग दूसरे विकल्प के रूप में कुछ लोगो के घर पर गरे निजी चापाकल पर जाकर सर पर ढोकर पानी घर लाते हैं। मंझौल पंचायत के सभी वार्डों में इसी जलमीनार से पानी सप्लाई होना है। पंचायत में लगभग एक हजार से ग्यारह सौ लोगों को कनेक्शन किया गया है और कम से कम सात सौ से आठ सौ परिवार तक अभी भी कनेक्शन और पाईप नहीं बिछने के कारण जल आपूर्ति के लिए पलक बिछाए बैठे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी बीस दिनों से जलमीनार से जल की आपूर्ति शुरू करवाने में लगे हुए हैं। विभिन्न तकनीकी खामियों के कारण जल की आपूर्ति ठप है। ऐसा लगता है कि बोरिंग फेल कर गया है। नया बोर करवाने की प्रक्रिया की जाएगी । जिससे आने वाले दिनों में जल्द ही जल मीनार से पानी सप्लाई किया जा सकेगा ।